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जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की उस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया, जिसमें सिन्हा ने कहा था कि केंद्रशासित प्रदेश को राज्य का दर्जा न मिलना किसी भी सरकार के ‘कमज़ोर प्रदर्शन’ का बहाना नहीं हो सकता।
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि वह उपराज्यपाल के पूरे बयान को पढ़ने के बाद ही इस विषय पर अपनी राय देंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि बिना पूरे संदर्भ को समझे किसी भी बयान पर प्रतिक्रिया देना उचित नहीं होगा।
पत्रकारों द्वारा उपराज्यपाल की टिप्पणी पर सवाल पूछे जाने पर उमर अब्दुल्ला ने कहा, “मैंने अभी तक मनोज सिन्हा जी का पूरा बयान नहीं देखा है। सबसे पहले मैं यह जानना चाहूंगा कि उन्होंने वास्तव में कौन से शब्दों का इस्तेमाल किया है, क्योंकि कई बार जो कहा जाता है और जो रिपोर्ट किया जाता है, उसमें फर्क होता है। अगर मैं बिना तथ्य जाने कोई टिप्पणी कर दूं और वह गलत निकले तो यह उचित नहीं होगा।”
उन्होंने आगे कहा कि अगर उपराज्यपाल ने वही कहा है जो मीडिया में बताया जा रहा है, तो वह “उचित समय पर इसका जवाब देंगे।”
गौरतलब है कि इससे पहले शुक्रवार को एसकेआईसीसी में आयोजित जम्मू-कश्मीर केंद्रशासित प्रदेश स्थापना दिवस समारोह में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा था कि राज्य का दर्जा न होने को प्रशासनिक अक्षमता का बहाना नहीं बनाया जा सकता। उन्होंने कहा था कि निर्वाचित सरकार के पास सभी शक्तियाँ हैं और उसे इन्हीं शक्तियों का उपयोग जनता की बेहतरी के लिए करना चाहिए।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने यह बयान श्रीनगर में आयोजित कश्मीर मैराथन एक्सपो के उद्घाटन समारोह में भाग लेने के बाद दिया। उन्होंने इस मौके पर युवाओं को खेल और सामाजिक एकता के माध्यम से प्रदेश की तरक्की में योगदान देने की अपील भी की।
