लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने हरिओम के परिवार से मुलाकात की

Story by  PTI | Published by  [email protected] | Date 17-10-2025
Leader of Opposition in Lok Sabha Rahul Gandhi met Hariom's family.
Leader of Opposition in Lok Sabha Rahul Gandhi met Hariom's family.

 

आवाज द वॉयस/नई दिल्ली

 
 लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी रायबरेली में भीड़ के हमले में मारे गए दलित हरिओम वाल्मीकि के परिवार से मिलने के लिए शुक्रवार को कानपुर से फतेहपुर जिले में उसके पैतृक आवास पर पहुंचे। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
 
कांग्रेस नेता चकेरी एयरपोर्ट पर उतरे और सड़क के रास्ते करीब 80 किलोमीटर का सफर तय करके फतेहपुर पहुंचे, जहां उन्होंने मृतक वाल्मीकि के परिवार वालों से मुलाकात की। उनके दौरे से पहले, सरकार ने हरिओम की बहन कुसुम को फतेहपुर मेडिकल कॉलेज में स्टाफ नर्स की संविदा नौकरी के लिए ऑफर लेटर जारी किया।
 
राहुल गांधी ने पीड़ित परिवार के साथ करीब 25 मिनट बिताए, इस दौरान उन्होंने हरिओम के पिता गंगादीन, भाई शिवम और बहन कुसुम से बात की, जिनके प्रति उन्होंने संवेदना जताई और पूरा सहयोग देने का वादा किया।
 
राहुल के हरिओम वाल्मीकि के परिवार से मिलने पहुंचने से कुछ घंटे पहले, उनके भाई शिवम वाल्मीकि ने कथित तौर पर परिवार के साथ एक वीडियो जारी किया, जिसमें कहा गया कि कांग्रेस नेता को इस दौरे का इस्तेमाल राजनीतिक मकसद के लिए नहीं करना चाहिए।
 
शिवम एक वीडियो में कहते सुने जा सकते हैं, "हम सरकार से खुश हैं और हमें यहां राजनीति की ज़रूरत नहीं है।"
 
कांग्रेस पार्टी ने दावा किया कि यह वीडियो भाजपा की तरफ से जारी कराया गया।
 
राहुल गांधी ने परिवार से मुलाकात के बाद पत्रकारों से कहा, “इस सरकार में दलितों पर जुल्म अपने चरम पर है।”
 
उन्होंने एनसीआरबी (राष्‍ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो) के नए आंकड़ों का हवाला देते हुए दावा किया कि इससे पता चलता है कि दलितों पर जुल्म के मामलों में उत्तर प्रदेश पूरे देश में सबसे आगे है।
 
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और रायबरेली के सांसद राहुल गांधी चकेरी हवाई अड्डे से रवाना हुए, जहां उनका विशेष विमान दिल्ली से पहुंचा।
 
रायबरेली जिले के ऊंचाहार क्षेत्र में हरिओम (40) की ड्रोन चोरी के शक में एक और दो अक्टूबर की दरम्यानी रात भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। बाद में मारपीट और उसके शव के वीडियो ऑनलाइन सामने आए, जिससे व्यापक आक्रोश फैल गया।
 
इस घटना में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी समेत विपक्षी दलों ने भारतीय जनता पार्टी नीत सरकार पर दलितों की रक्षा करने और भीड़ की हिंसा को रोकने में नाकाम रहने का आरोप लगाया था।
 
हमले के बाद, पुलिस ने मामला दर्ज कर अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें मुख्य आरोपी भी शामिल है जिसे 10 अक्टूबर को एक एनकाउंटर के बाद पकड़ा गया था।
 
रायबरेली के पुलिस अधीक्षक ने मामले में कथित लापरवाही के लिए दो उप निरीक्षक सहित पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया था।
 
गांधी के दौरे से पहले उनके विरोध में कुछ पोस्टर में भी लगे देखे गये।
 
कांग्रेस के शहर अध्यक्ष मोहम्मद आरिफ गुड्डा ने बताया कि पीड़ित के घर के रास्ते और गली में कथित तौर पर "दर्द को मत भुनाओ, वापस जाओ" लिखे पोस्टर देखे गए।
 
इसके पहले उत्तर प्रदेश के मंत्री राकेश सचान और समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण ने हरिओम के पिता गंगादीन से मुलाकात की और उन्हें 6.62 लाख रुपये के चेक सौंपे। उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार की प्राथमिकता "न केवल सहायता प्रदान करना, बल्कि न्याय सुनिश्चित करना" है।