Kharge said that bills are being passed in the Rajya Sabha amid uproar, Nadda said: The House cannot be held hostage
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
राज्यसभा में सोमवार को बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के मुद्दे पर विपक्ष के हंगामे के बीच तीन विधेयकों को ध्वनिमत से मंजूरी दिए जाने पर विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने विरोध जताते हुए कहा कि लोकतंत्र में ऐसा नहीं होता. वहीं सदन के नेता जे पी नड्डा ने कहा कि लोकतंत्र की रक्षा जरूर होनी चाहिए लेकिन सदन को बंधक भी नहीं बनाया जा सकता.
एक बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे उच्च सदन की बैठक पुन: शुरू होने पर मणिपुर बजट तथा मणिपुर वस्तु एवं सेवा कर (संशोधन) विधेयक 2025 को और वाणिज्यिक पोत परिवहन विधेयक को मंजूरी ध्वनिमत से मंजूरी दी गई.
जब सदन में मणिपुर बजट तथा मणिपुर वस्तु एवं सेवा कर (संशोधन) विधेयक 2025 पर संक्षिप्त चर्चा हो रही थी तब विपक्षी सांसद चाहते थे कि विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे को बोलने दिया जाए। ये सदस्य बिहार में चल रही एसआईआर प्रक्रिया के खिलाफ हंगामा और नारेबाजी कर रहे थे.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मणिपुर के बजट का विरोध करने के लिए विपक्ष की आलोचना की. उन्होंने कहा कि विपक्ष मणिपुर के बारे में तो बोलता है, लेकिन जब उसके बजट और जीएसटी विधेयक पर चर्चा हो रही होती है, तो वह न केवल किसी अन्य मुद्दे पर विरोध कर रहा होता है, बल्कि उसके खिलाफ मतदान भी करता है.
विधेयक पर ध्वनिमत से हुए मतदान के दौरान विपक्षी सांसद "नहीं" कहते सुने गए.
इसके बाद पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने ‘वाणिज्य पोत परिवहन विधेयक, 2025’ को चर्चा एवं पारित करने के लिए पेश किया.
इसी बीच आसन की ओर से खरगे को बोलने की अनुमति दी गई. खरगे ने कहा कि सदन में व्यवस्था नहीं है, हंगामा हो रहा है फिर भी महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित किया जा रहा है। उन्होंने कहा ‘‘लोकतंत्र में ऐसा नहीं होता.’’
इस पर सदन के नेता जे पी नड्डा ने कहा ‘‘लोकतंत्र की रक्षा होनी चाहिए.