जम्मू-कश्मीर. अधिकारियों ने बताया कि कड़ी सुरक्षा के बीच कश्मीर घाटी में वार्षिक खीर भवानी मेले के लिए बुधवार को 5,000 से अधिक लोग, जिनमें अधिकतर कश्मीरी पंडित समुदाय के सदस्य हैं, यहां से अपनी यात्रा शुरू की.
ज्येष्ठ अष्टमी पर मनाया जाने वाला खीर भवानी मेला 14 जून को गंदेरबल के तुलमुल्ला, कुपवाड़ा के टिक्कर, अनंतनाग के लक्तिपोरा ऐशमुकाम, कुलगाम के माता त्रिपुरसुंदरी देवसर और मंजगाम के माता खीर भवानी मंदिरों में मनाया जाएगा.
चार दिवसीय तीर्थयात्रा बुधवार को संभागीय आयुक्त (जम्मू) रमेश कुमार, राहत आयुक्त डॉ. अरविंद करवानी और प्रमुख कश्मीरी पंडित नेताओं द्वारा जम्मू शहर के बाहरी इलाके नगरोटा से यात्रा को हरी झंडी दिखाने के साथ शुरू हुई. भक्ति गीत गाते और मंत्रोच्चार करते हुए 176 बसों में सवार होकर कश्मीर घाटी के पांच प्रसिद्ध तीर्थस्थलों के लिए रवाना हुए.
राहत आयुक्त डॉ. अरविंद करवानी ने यहां पीटीआई से कहा, ‘‘खीर भवानी मेले में भाग लेने के लिए 5,000 से अधिक कश्मीरी पंडित कश्मीर के लिए रवाना हुए. वे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच 176 बसों में सवार होकर आज सुबह नगरोटा से रवाना हुए.’’ उन्होंने कहा कि तीर्थयात्री दोपहर के भोजन के लिए रामबन में रुकेंगे और उन्होंने जोर देकर कहा कि तीर्थयात्रा के सुचारू संचालन के लिए कड़े सुरक्षा उपाय किए गए हैं.
जम्मू में हाल ही में हुए आतंकवादी हमलों के बारे में एक श्रद्धालु ने कहा, ‘‘हमें इन आतंकवादी हमलों का डर नहीं है. हम कब तक डर में रहेंगे? हमें माता (देवता) की सुरक्षा प्राप्त है.’’
मंजगाम में माता खीर भवानी मंदिर जा रही कुसुम पंडिता ने कहा कि वे डरने के बजाय तीर्थयात्रा में भाग लेने के लिए उत्साहित हैं. इस वर्ष, भारत और विदेश के विभिन्न हिस्सों से अनुमानित 80,000 प्रवासी कश्मीरी पंडितों के वार्षिक मेले के दौरान घाटी के पांच प्रसिद्ध मंदिरों में जाने की उम्मीद है.
रविवार से जम्मू क्षेत्र में तीन आतंकवादी हमले हुए हैं. पिछले रविवार को आतंकवादियों ने शिव खोरी मंदिर से कटरा में माता वैष्णो देवी मंदिर जा रहे तीर्थयात्रियों की एक बस पर गोलीबारी की, जिससे वाहन रियासी में सड़क से उतरकर गहरी खाई में गिर गया, जिसमें नौ लोगों की मौत हो गई और 41 घायल हो गए. डोडा जिले में, भद्रवाह-पठानकोट मार्ग पर चट्टरगला के ऊपरी इलाकों में एक संयुक्त जांच चौकी पर आतंकवादियों द्वारा किए गए हमले में राष्ट्रीय राइफल्स के पांच जवान और एक विशेष पुलिस अधिकारी घायल हो गए. कठुआ में, आतंकवादियों ने मंगलवार शाम को अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास एक गांव पर हमला किया और एक नागरिक को घायल कर दिया.
इसके बाद चलाए गए तलाशी अभियान के दौरान एक आतंकवादी मारा गया, जबकि छिपे हुए दूसरे आतंकवादी को बाहर निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं, जिसके बारे में माना जा रहा है कि वह सीमा पार से घुसपैठ कर आया था. बुधवार की सुबह, कठुआ के एक गांव में छिपे एक आतंकवादी की गोलीबारी में सीआरपीएफ का एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया.
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