जमात-ए-इस्लामी हिंद (JIH) के उपाध्यक्ष प्रोफेसर सलीम इंजीनियर ने हैदराबाद के चारमीनार के पास गुलजार हाउस इलाके में हुए भीषण अग्निकांड पर गहरा शोक व्यक्त किया है, जिसमें 17 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जिनमें 8 मासूम बच्चे भी शामिल हैं.
मीडिया को जारी एक बयान में प्रो. सलीम इंजीनियर ने कहा, "गुलजार हाउस की एक रिहायशी-कमर्शियल इमारत में लगी आग की घटना से हम अत्यंत मर्माहत हैं, जिसमें कई छोटे बच्चों और बुजुर्गों सहित 17 लोगों की जान चली गई.
हम शोकसंतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं. हम तेलंगाना सरकार और नगर निगम प्रशासन से अपील करते हैं कि इस घटना की निष्पक्ष और पारदर्शी जांच करवाई जाए तथा सुरक्षा मानकों की अनदेखी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.”
उन्होंने आगे कहा, “यह अत्यंत पीड़ादायक है कि अग्नि सुरक्षा मानकों की लगातार अनदेखी की जा रही है. आग बुझाने में देरी, तंग गलियों तक पहुंच में कठिनाई और जानमाल की भारी क्षति, इन सभी बातों से व्यवस्था की लापरवाही उजागर होती है.
भले ही प्रशासन ने आधुनिक उपकरणों जैसे स्काईलिफ्ट और फायर रोबोट का उपयोग किया, लेकिन इस भीषण त्रासदी के बाद यह आवश्यक हो गया है कि देश भर के घनी आबादी वाले इलाकों में अग्नि सुरक्षा की व्यापक समीक्षा की जाए."
प्रो. सलीम इंजीनियर ने केंद्र सरकार से यह मांग भी दोहराई कि “एक राष्ट्रीय आयोग का गठन किया जाए, जिसकी अध्यक्षता अग्निशमन और नागरिक सुरक्षा विभाग के पूर्व डीजी करें, ताकि देशभर की मौजूदा फायर सेफ्टी व्यवस्था का ऑडिट किया जा सके, आवश्यक सुधार सुझाए जा सकें और सभी रिहायशी तथा व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में सुरक्षा मानकों को सख्ती से लागू करवाया जा सके.”