It is ironic that a teacher wearing a headscarf is stopping a student from doing so: Sivankutty
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
केरल के सामान्य शिक्षा मंत्री वी. शिवनकुट्टी ने शुक्रवार को इसे ‘‘आश्चर्यजनक’’ और ‘‘विडंबनापूर्ण’’ बताया कि कोच्चि स्थित चर्च द्वारा संचालित स्कूल में एक शिक्षिका ने एक छात्रा को हिजाब पहनने की अनुमति नहीं दी जबकि वह खुद स्कार्फ पहने हुए थीं।
मंत्री ने यह भी कहा कि प्रत्येक निजी स्कूल प्रबंधन केरल शिक्षा नियमों द्वारा शासित होता है और उससे ऊपर नहीं है।
शिवनकुट्टी कोच्चि के पल्लुरुति स्थित सेंट रीटा पब्लिक स्कूल में हाल ही में हुए हिजाब विवाद के सिलसिले में पत्रकारों से बात कर रहे थे।
उन्होंने कहा, ‘‘यह आश्चर्यजनक है कि सिर पर स्कार्फ पहने हुए एक शिक्षिका एक छात्रा को यह पहनने की अनुमति नहीं दे रही है। यह विडंबनापूर्ण है।’’
मंत्री ने कहा कि जब एक बच्ची को सिर पर स्कार्फ बांधने के कारण कक्षा में आने की अनुमति दी जाएगी तो सरकार मूकदर्शक बनी नहीं रहेगी।
उन्होंने कहा कि हमने जांच की, स्कूल की ओर से कुछ कमियां पाईं और उन्हें दूर करने के निर्देश जारी किए हैं।
उन्होंने कहा कि स्कूल को अपने ‘‘हठ’’ और ‘‘शत्रुता’’ को दरकिनार कर तथा शांतिपूर्ण वातावरण बनाकर यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने चाहिए थे कि बच्ची अपनी शिक्षा जारी रख सके।
यह बताए जाने पर कि स्कूल और कांग्रेस नीत विपक्ष स्थिति को बिगाड़ने के लिए उन्हें दोषी ठहरा रहे हैं, इस पर शिवनकुट्टी ने कहा कि जब स्कूल सरकार को यह कहकर चुनौती दे रहा है कि मंत्री को हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए तो ‘‘हम चुप कैसे रह सकते हैं।’’
पलक्कड के कन्नडी हायर सेकेंडरी स्कूल में नौवीं कक्षा के एक छात्र द्वारा हाल ही में की गई आत्महत्या के संबंध में मंत्री ने कहा कि शिक्षा उपनिदेशक द्वारा दी गई रिपोर्ट संतोषजनक नहीं थी।
उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए मैंने शिक्षा निदेशक को विस्तृत जांच करके एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है। उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।’’
पुलिस सूत्रों के अनुसार, तिरुवनंतपुरम के निकट पल्लनचतनूर निवासी जयकृष्णन का बेटा अर्जुन (14) मंगलवार शाम करीब 4.30 बजे अपने कमरे में फांसी पर लटका पाया गया।
प्राथमिकी के अनुसार, अर्जुन ने यह कदम तब उठाया जब उसकी मां ने इंस्टाग्राम पर उसके द्वारा भेजे गए कुछ संदेशों के बारे में उससे पूछताछ की और उसका दूसरे स्कूल में दाखिला कराने के बारे में कहा।
परिजनों ने आरोप लगाया कि एक शिक्षक ने भी अर्जुन को सोशल मीडिया पर संदेश भेजने के लिए चेतावनी दी थी और कहा था कि यह साइबर अपराध का मामला हो सकता है तथा उसे गिरफ्तार किया जा सकता है।