Indian Railways to expand to the most inaccessible terrain by 2025, boost safety and modernisation
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
भारतीय रेलवे ने 2025 में कुछ सबसे दुर्गम इलाकों तक अपना विस्तार किया, जिसमें तमिलनाडु के पंबन में देश के पहले ‘वर्टिकल-लिफ्ट’ पुल और चिनाब नदी पर दुनिया के सबसे ऊंचे पुल जैसी ऐतिहासिक परियोजनाएं शामिल रहीं।
इस वर्ष बिरबी-सैरांग लाइन के चालू होने से मिजोरम में भी रेल संपर्क स्थापित हो गया, जिससे पूर्वोत्तर के दूरस्थ और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्रों को जोड़ने का लंबे समय से प्रतीक्षित प्रयास पूरा हुआ। इन परियोजनाओं के जरिए दुर्गम भौगोलिक क्षेत्रों को राष्ट्रीय रेल नेटवर्क से जोड़ने की दिशा में एक अहम कदम उठाया गया।
रेल मंत्रालय ने 2025 में देश में 42 परियोजनाएं शुरू कीं, जिनका कुल मूल्य 25,000 करोड़ रुपये से अधिक है।
रेलवे ने इस वर्ष रिकॉर्ड संख्या में विशेष ट्रेनें भी चलाईं और 15 नई ट्रेनों की शुरुआत के साथ वंदे भारत सेवाओं का तेजी से विस्तार किया। रेल मंत्रालय ने वर्ष के अंत की अपनी समीक्षा में बताया कि देश में अब कुल 164 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें सेवाएं दे रही हैं।
रेल मंत्रालय के अनुसार, देश के रेल नेटवर्क में 13 अमृत भारत ट्रेनें भी जोड़ी गईं, जिससे ऐसी सेवाओं की कुल संख्या 30 हो गई। दो नमो भारत रैपिड रेल सेवाएं भी शुरू हो गईं, जो गुजरात के भुज और अहमदाबाद तथा बिहार के मधुबनी जिले के जयनगर को राज्य की राजधानी पटना से जोड़ती हैं।
भारतीय रेलवे ने 2025 में त्योहारों के मौसम और व्यस्त यात्रा अवधि के दौरान भारी यातायात को संभालने के लिए रिकॉर्ड 43,000 विशेष ट्रेन यात्राएं भी संचालित कीं।
उन्होंने कहा कि अब चुप रहने का समय खत्म हो गया है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे विभाजनों से ऊपर उठें तथा ‘भगवद् गीता’ में बताए गए प्रेम, कर्तव्य और धर्म के संदेश का पालन करें।
सुरजेवाला ने कहा कि जब कानून अपराधियों के सामने असहाय नजर आने लगे तो हरियाणा के लोगों की सामूहिक अंतरात्मा और विवेक ही आखिरी उम्मीद रह जाती है।