आवाज द वाॅयस/अलीगढ़
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के ज़ाकिर हुसैन कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (ZHCET) में वर्ष 2000 इंजीनियरिंग बैच का सिल्वर जुबिली रीयूनियन पूरे उल्लास, भावनात्मक जुड़ाव और अकादमिक उद्देश्य के साथ संपन्न हुआ। स्नातक होने के 25 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित इस दो दिवसीय कार्यक्रम ने केमिकल, सिविल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स और कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग धाराओं के पूर्व छात्रों को एक मंच पर एकत्र किया जहाँ यादें भी थीं, मार्गदर्शन भी और भविष्य की दिशा भी।
इस ऐतिहासिक अवसर पर भारत सहित नौ देशों अमेरिका, ब्रिटेन, स्वीडन, ऑस्ट्रेलिया, क़तर, बहरीन, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात से आए पूर्व छात्रों ने भाग लिया। वर्षों बाद अपने संस्थान लौटकर साथियों से मिलना, छात्र जीवन की स्मृतियों को साझा करना और शिक्षकों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करना इन सबने रीयूनियन को भावनात्मक गहराई दी। कार्यक्रम के दौरान दिवंगत बैचमेट्स को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए दो मिनट का मौन रखा गया, जिसने सामूहिक स्मृति और आपसी रिश्तों की मजबूती को और गहराया।
रीयूनियन का एक प्रमुख अकादमिक आकर्षण ‘मिलेनियम मीट सेमिनार’ रहा, जिसका आयोजन ZHCET के ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट ऑफिस (TPO) द्वारा एलुमनी–स्टूडेंट एंगेजमेंट पहल के तहत किया गया। यह संवादात्मक सेमिनार B.Tech., B.E. और M.Tech. के सभी वर्षों और शाखाओं के छात्रों के लिए आयोजित किया गया, जिसमें 2000 बैच के प्रतिष्ठित पूर्व छात्रों ने करियर योजना, उद्यमिता, नेतृत्व विकास और भारत व विदेश में उच्च शिक्षा के अवसरों पर व्यावहारिक मार्गदर्शन दिया। सत्र का संचालन अंतरराष्ट्रीय अनुभव वाले पूर्व छात्र श्री बेहज़ाद अल्ताफ ने किया, जिन्होंने अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस में कार्य किया है।
सेमिनार में कई विशिष्ट वक्ताओं ने छात्रों को समृद्ध किया। आईआईटी रुड़की की प्रो. शबीना ख़ानम ने मानसिक स्वास्थ्य और आत्म-विकास पर सारगर्भित विचार रखे। यूरेन्स, बहरीन के संस्थापक व निदेशक श्री सरवर ख़ान ने उद्यमिता और नेतृत्व के व्यावहारिक पहलुओं पर प्रकाश डाला, जबकि टेक्निप एनर्जीज़, इंडिया के सिविल इंजीनियरिंग प्रमुख श्री इमरान अहमद ने उद्योग की अपेक्षाओं और कौशल आवश्यकताओं पर महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि दी।
इसके अलावा पार्सन्स इंटरनेशनल, क़तर के श्री माज़हर ख़ान, गलादार इंजीनियरिंग वर्क्स, यूएई के श्री अतीक़ ख़ान और ट्राई मशीनरी, इंडिया के सीईओ श्री ज़े़उर रहमान ने पेशेवर नैतिकता, सॉफ्ट स्किल्स और उद्यमी तैयारी पर ज़ोर दिया। श्री राहुल वशिष्ठा, सुश्री ग़ज़िया जलाली, श्री शाहनुल सिद्दीकी, श्री मोहम्मद शेर ख़ान और श्री मोहम्मद आदिल क़ुरैशी सहित अन्य पूर्व छात्रों ने अपने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय अनुभव साझा कर छात्रों को प्रेरित किया।
एलुमनी–स्टूडेंट इंटरैक्शन सत्र में ZHCET के प्रिंसिपल प्रो. मोहम्मद मुज़म्मिल और ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट इंचार्ज डॉ. मोइना अथर सहित फैकल्टी सदस्य उपस्थित रहे। प्रो. मुज़म्मिल ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे एलुमनी-नेतृत्व वाले संवाद अकादमिक शिक्षा और उद्योग की अपेक्षाओं के बीच सेतु का कार्य करते हैं और छात्रों को सूचित करियर निर्णय लेने में सक्षम बनाते हैं। डॉ. अथर ने सक्रिय सहभागिता के लिए एलुमनी का आभार जताया और कहा कि ‘मिलेनियम मीट’ छात्रों में उद्योग संपर्क, मेंटरशिप और वैश्विक दृष्टिकोण को सुदृढ़ करने की TPO की प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
कार्यक्रम के आयोजक पूर्व छात्र मोहम्मद आदिल क़ुरैशी, मोहम्मद शेर ख़ान और बेहज़ाद अल्ताफ ने कहा कि दुनिया भर से बैचमेट्स की उत्साहपूर्ण भागीदारी AMU और ZHCET से जुड़े भावनात्मक रिश्ते की गवाही देती है। उन्होंने एलुमनी–स्टूडेंट संवाद को रीयूनियन का सबसे सार्थक परिणाम बताते हुए कहा कि इससे मेंटरशिप की परंपरा मज़बूत होती है और संस्थागत मूल्यों की निरंतरता बनी रहती है।
समापन पर यह स्पष्ट हुआ कि सिल्वर जुबिली रीयूनियन और मिलेनियम मीट ने न केवल ZHCET के सशक्त एलुमनी नेटवर्क को पुनः रेखांकित किया, बल्कि विश्वविद्यालय की उस दृष्टि को भी मज़बूत किया जिसमें एलुमनी, छात्र और संस्था के बीच आजीवन सहभागिता को प्राथमिकता दी जाती है। यह आयोजन स्मृतियों का उत्सव होने के साथ-साथ भविष्य के लिए प्रेरणा और मार्गदर्शन का सशक्त मंच बनकर उभरा।