नई दिल्ली,
भारतीय सशस्त्र बलों के एक शीर्ष अधिकारी ने मंगलवार को देश में तैनात विदेशी रक्षा अताशियों को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के सफल संचालन की विस्तृत जानकारी दी। इस ऑपरेशन को भारत-पाकिस्तान संबंधों में "नई सामान्यता" स्थापित करने वाला और "नए युग के युद्ध" में भारत की सैन्य श्रेष्ठता तथा राष्ट्रीय संकल्प का प्रतीक बताया गया है।
दिल्ली छावनी स्थित मानेकशॉ सेंटर में आयोजित 30 मिनट की इस क्लोज़-डोर ब्रीफिंग का नेतृत्व रक्षा खुफिया एजेंसी (DIA) के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल डी. एस. राणा ने किया। उन्होंने न केवल ऑपरेशन की रणनीतिक बारीकियों को साझा किया, बल्कि पाकिस्तान की ओर से चलाए जा रहे भारत-विरोधी दुष्प्रचार अभियानों और उनके क्षेत्रीय स्थिरता पर पड़ने वाले प्रभावों पर भी रोशनी डाली।
इस अहम बैठक में रूस, स्वीडन, नेपाल, फिलीपींस, मिस्र सहित कई देशों के सैन्य अताशियों ने भाग लिया। इनमें से अनेक इस्लामी देशों और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा समूहों के प्रतिनिधि भी थे। एकीकृत रक्षा स्टाफ मुख्यालय (HQ IDS) ने 'एक्स' (पूर्व ट्विटर) पर जानकारी दी कि लेफ्टिनेंट जनरल राणा ने 70 देशों के अताशियों को ऑपरेशन सिंदूर के सफल संचालन के बारे में विस्तार से बताया।
HQ IDS के अनुसार,
“#DG_DIA लेफ्टिनेंट जनरल डीएस राणा ने #ऑपरेशन_सिंदूर की जानकारी दी, जिसने #भारत-पाक संबंधों में नए मानदंड स्थापित किए हैं और 'नए युग के युद्ध' में भारत की सैन्य क्षमता और राष्ट्रीय संकल्प को दुनिया के सामने प्रस्तुत किया है।”
लेफ्टिनेंट जनरल राणा ने ब्रीफिंग में बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान किस प्रकार 'पुष्ट आतंकवादी संबंधों' वाले लक्ष्यों को सोच-समझकर चयनित किया गया और बहुआयामी अभियानों के माध्यम से सटीक और त्वरित सैन्य प्रतिक्रिया दी गई। उन्होंने स्वदेशी तकनीक से संचालित "गतिज बल गुणकों" (kinetic force multipliers) की भूमिका और अंतरिक्ष, साइबर तथा इलेक्ट्रॉनिक युद्ध जैसे गैर-गतिज क्षेत्रों में भारत की तकनीकी बढ़त को भी रेखांकित किया।
HQ IDS ने इस सन्दर्भ में लिखा:
“#ऑप्सइंडोर में संयुक्तता और एकीकरण के ज़रिए समन्वित सैन्य शक्ति का प्रदर्शन किया गया, जो भारत के स्वदेशी युद्ध तंत्र की प्रभावशीलता और रणनीतिक तैयारी को दर्शाता है।”
भारतीय अधिकारी ने ब्रीफिंग में यह भी बताया कि ऑपरेशन के बाद पाकिस्तान द्वारा फैलाए जा रहे झूठे आख्यानों से किस प्रकार भारत ने तेज़ी से और कुशलता से निपटा। उन्होंने कहा कि
“एक मजबूत और समन्वित 'Whole-of-Nation Approach' (राष्ट्रव्यापी दृष्टिकोण) के तहत झूठी जानकारी को चुनौती दी गई और भारत विरोधी प्रोपेगेंडा का सटीक और समय पर जवाब दिया गया।”
डीआईए के प्रमुख ने ऑपरेशन से जुड़े हैशटैग – #ऑप्सइंडोर, #जस्टिसइजसर्व्ड और #ZeroToleranceForTerror – का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपने दृष्टिकोण में स्पष्ट, निर्णायक और अडिग है।
ब्रीफिंग के बाद एक नॉर्डिक देश के रक्षा अताशे ने पीटीआई से कहा,
“यह जानना बेहद उपयोगी था कि भारतीय सेना की ओर से वास्तव में क्या हुआ। इंटरनेट पर कई तरह की अपुष्ट जानकारियाँ चल रही थीं, लेकिन यहां स्पष्टता मिली।”
एक अन्य अताशी ने बताया,
“हमने पिछले दिनों मीडिया के ज़रिए जो देखा-सुना, उसकी पुष्टि इस ब्रीफिंग में हुई। ऑपरेशन सिंदूर के बारे में प्रत्यक्ष जानकारी मिलना बेहद अहम था।”
गौरतलब है कि भारत ने 7 मई को 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में नौ आतंकवादी ठिकानों को ध्वस्त किया था। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भयावह आतंकी हमले की प्रतिक्रिया में की गई थी, जिसमें 26 पर्यटकों – जिनमें एक नेपाली नागरिक भी शामिल था – की क्रूरता से हत्या कर दी गई थी।
भारत और पाकिस्तान ने 11 मई को संयुक्त रूप से यह घोषणा की थी कि वे जमीनी, हवाई और समुद्री सभी प्रकार की सैन्य कार्रवाइयों को रोकने पर सहमत हो गए हैं।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा था,
“यह ऑपरेशन आतंकवाद के खिलाफ हमारी निर्णायक नीति और शक्ति का प्रतीक है। भारतीय सेना ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर जो सटीक हमले किए, वे हमारी रणनीतिक क्षमता का प्रमाण हैं।”
मंगलवार सुबह प्रधानमंत्री मोदी ने पंजाब के आदमपुर एयरबेस का दौरा किया और ऑपरेशन में शामिल वायुसेना कर्मियों से मुलाकात की।