वाशिंगटन. अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने बुधवार को सांसदों को बताया कि भारतीय वायु सेना के लिए संयुक्त रूप से लड़ाकू जेट इंजन बनाने का भारत-अमेरिका समझौता क्रांतिकारी है.
इस ऐतिहासिक सौदे की घोषणा पिछले जून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका की ऐतिहासिक आधिकारिक यात्रा के दौरान की गई थी. जनरल इलेक्ट्रिक ने भारतीय वायुसेना के लिए लड़ाकू जेट इंजन बनाने के लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए.
ऑस्टिन ने सदन विनियोग उपसमिति को बताया कि संयुक्त राज्य अमेरिका के भारत के साथ ‘महान संबंध’ हैं. उन्होंने कहा, “हमने हाल ही में भारत को जेट हथियार, भारत में जेट इंजन का उत्पादन करने में सक्षम बनाया है और यह एक तरह से क्रांतिकारी है. इससे उन्हें एक बड़ी क्षमता मिलेगी. हम भारत के साथ एक बख्तरबंद वाहन का सह-उत्पादन भी कर रहे हैं.”
ऑस्टिन ने कहा, ‘‘तो, इन सभी चीजों को, जब आप जोड़ते हैं, तो संभवतः उस क्षेत्र में हमने बहुत, बहुत लंबे समय में जो देखा है, उससे कहीं अधिक है.’’
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