मस्कट (ओमान)
भारत और ओमान के बीच द्विपक्षीय रणनीतिक संबंधों को और गहरा करने के उद्देश्य से 14वीं भारत–ओमान स्ट्रैटेजिक कंसल्टेटिव ग्रुप (IOSCG) बैठक का आयोजन गुरुवार को मस्कट में किया गया। यह जानकारी भारत के विदेश मंत्रालय ने दी।
बैठक की सह-अध्यक्षता भारत की ओर से विदेश मंत्रालय के सचिव (CPV & OIA) अरुण कुमार चटर्जी और ओमान की ओर से विदेश मंत्रालय में राजनीतिक मामलों के अंडरसेक्रेटरी शेख खलीफ़ा अल हार्थी ने की।
बैठक के दौरान दोनों देशों ने अपनी बहुआयामी रणनीतिक साझेदारी की समीक्षा की, जिसमें राजनीतिक, रक्षा, सुरक्षा, व्यापार, निवेश, ऊर्जा, कृषि, शिक्षा, संस्कृति और लोगों के बीच संबंध शामिल रहे। इसके साथ ही क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी व्यापक चर्चा की गई।
भारत और ओमान के बीच संबंध ऐतिहासिक रूप से गर्मजोशी, विश्वास और सांस्कृतिक संपर्कों पर आधारित रहे हैं। वर्ष 2025 दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना के 70 वर्ष पूरे होने का प्रतीक है।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, भारत और ओमान के बीच आर्थिक–व्यापारिक संबंध द्विपक्षीय रिश्तों का मजबूत स्तंभ हैं। वित्त वर्ष 2024–25 में दोनों देशों के बीच का व्यापार 10.61 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुँच गया है और निवेश में भी निरंतर वृद्धि हो रही है।
ओमान में लगभग 6,75,000 भारतीय रहते हैं, जो दोनों देशों के बीच एक जीवंत और मजबूत सेतु का काम करते हैं।बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने सहमति व्यक्त की कि IOSCG की अगली बैठक नई दिल्ली में अगले वर्ष परस्पर सहमति के अनुसार आयोजित की जाएगी।
इससे पहले भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर और ओमान के विदेश मंत्री बदर अल बुसेदी के बीच टेलीफोनिक बातचीत हुई थी, जिसमें द्विपक्षीय सहयोग के “लगातार गहराते आयामों” पर चर्चा हुई।
जयशंकर ने X पर बताया,“आज शाम ओमान के विदेश मंत्री बदर अल बुसेदी से अच्छी बातचीत हुई। हमारे द्विपक्षीय सहयोग को और गहरा करने पर चर्चा की।”बदर अल बुसेदी ने भी पोस्ट में लिखा कि उन्होंने भारत के साथ संबंध मजबूत करने की ओमान की प्रतिबद्धता दोहराई है।