राकेश चौरासिया / नई दिल्ली-कानपुर
‘एसोसिएशन ऑफ मुस्लिम प्रोफेशनल्स’ (एएमपी) की कोशिशें रंग लाई हैं. कानुपर में कुछ मस्जिदों में जुमा की नमाज से पहले इमामों ने नमाजियों से कहा कि वे अपने और अपने रिश्तेदारों को अग्निपथ स्कीम के फायदे बताएं और उन्हें मुल्क की सलामती और खिदमत करने के लिए सेना में भर्ती करवाएं.
इस अभियान की शुरुआत एक मुस्लिम संस्था ‘एसोसिएशन ऑफ मुस्लिम प्रोफेशनल्स’ (एएमपी) ने की है. एएमपी ने मुस्लिम युवाओं से अपील की है कि वे मुल्क की सलामती के लिए अग्निपथ योजना में शामिल होकर अग्निवीर बनें.
एएमपी के अनुसार इसके लिए एसोसिएशन ने मुस्लिम उलेमा से संपर्क किया है कि वे भी मुस्लिम युवाओं को इस अभियान से जोड़ें और युवाओं को इस स्कीम का पैगाम दें.
एसोसिएशन ऑफ मुस्लिम प्रोफेशनल्स के संरक्षक शाहिद कामरान ने बताया कि एसोसिएशन उलेमा से संपर्क कर रही है, ताकि वे इस योजना का ज्यादा से ज्यादा प्रचार करें और कौम को उसका फायदा मिले. मुस्लिम युवाओं के लिए अग्निपथ किस्मत का दरवाजा खोलने वाली स्कीम साबित होगी.
इसी अभियान के तहत जुमे की नमाज के दौरान इमामों ने अपने खुतबे में कहा कि नमाजी अपने बच्चों को अग्निपथ योजना के तहत आवेदन करवाएं. इस योजना के ऑनलाइन आवेदन शुरू हो गए हैं. आपके बच्चे अग्निवीर बनकर मुल्क की खिदमत करेंगे और इसमें ही कौम की शान है.
यतीम खाना चौराहा की नानपारा मस्जिद के इमाम मौलाना मेराज अशरफी ने कहा कि अग्निपथ योजना से न केवल बच्चों को कम उम्र में ही रोजगार मिल जाएगा, बल्कि मुल्क की खिदमत भी होगी.
सुन्नी उलेमा काउंसिल के महामंत्री हाजी मोहम्मद सलीस ने कहा कि उलेमा काउंसिल अग्निपथ योजना के तहत मुस्लिम युवाओं को भर्ती के लिए प्रेरित कर रही है. काउंसिल ने सभी उलेमा से अपील की है कि वे मुस्लिम बच्चों को इसके फायदे समझाएं.