हरियाणा: नूंह में धारा 144, 28 अगस्त को ब्रज मंडल शोभा यात्रा पर रोक, इंटरनेट सेवा बंद

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 27-08-2023
 Braj Mandal Shobha Yatra ban
Braj Mandal Shobha Yatra ban

 

आवाज द वाॅयस /पंचकुला 

हरियाणा की खट्टर सरकार ने नूंह में ब्रज मंडल शोभा यात्रा आयोजित करने की अनुमति नहीं दी है.साथ ही जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है और इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई है.नूंह के डिप्टी कमिश्नर धीरेंद्र खडगटा ने कहा, हमने यात्रा (ब्रज मंडल शोभा यात्रा) की अनुमति देने से इनकार कर दिया है.
 
फिर भी, कुछ ने कहा है कि वे यात्रा आयोजित करेंगे. हमने धारा 144 लगा दी है.हरियाणा पुलिस ने शनिवार को कहा कि नूंह जिले में 28 अगस्त तक इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं.एक आधिकारिक बयान में कहा गया, एहतियाती कदम के तौर पर, 26 अगस्त को दोपहर 12 बजे से 28 अगस्त को रात 11ः59 बजे तक नूंह में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई है.
 
इससे पहले विश्व हिंदू परिषद ने कहा था कि वे 28 अगस्त को नूंह में ब्रज मंडल जल अभिषेक यात्रा निकालेंगे.हालांकि, हरियाणा सरकार के अधिकारियों ने स्थानीय पुलिस के साथ खुफिया एजेंसियों द्वारा व्यक्त की गई कानून-व्यवस्था में गड़बड़ी की आशंकाओं का हवाला देते हुए यात्रा की अनुमति देने से इनकार कर दिया है.
 
इससे पहले हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) शत्रुजीत कपूर ने यहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सीमावर्ती राज्यों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ  बैठक की. साथ ही प्रभावी ढंग से निपटने के लिए समन्वित प्रयास का आह्वान किया.
 
बैठक में पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने भाग लिया. कपूर ने कहा कि नूंह प्रशासन ने जी20 शेरपा समूह की बैठक के मद्देनजर यात्रा के आयोजकों को अनुमति देने से इनकार कर दिया है. 31 जुलाई, 2023 को हुई हिंसा के बाद कानून और व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए 3 से 7 सितंबर तक नूंह में  बैठक होगी.
 
डीजीपी ने कहा, भले ही जल अभिषेक यात्रा आयोजित करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया गया है, लेकिन ऐसे इनपुट हैं कि कुछ संगठनों ने हरियाणा और अन्य पड़ोसी राज्यों के लोगों को 28 अगस्त को नूंह पहुंचने के लिए आमंत्रित किया है.
 
स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए खुफिया जानकारी साझा करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए, कपूर ने सीमावर्ती राज्यों के वरिष्ठ पुलिस पदाधिकारियों से सोशल मीडिया प्लेटफार्मों की नियमित निगरानी सुनिश्चित करने और नफरत भरे भाषणों के माध्यम से शांति को बाधित करने की कोशिश करने वाले लोगों के बारे में जानकारी साझा करने और उनके खिलाफ कार्रवाई करने को कहा. 
 
उन्होंने कहा, इसके अलावा, लोगों की किसी भी तरह की भीड़ को रोकने के लिए अंतरराज्यीय बैरिकेडिंग की जानी चाहिए. किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी.