आवाज- द वॉयस/ नई दिल्ली
बेहतरीन अदाकारा बेगम फारुख जफर का शुक्रवार को निधन हो गया. उन्होंने 89 साल की उम्र में लखनऊ में अंतिम सांस ली. बेगम फारुख जाफर ने रेखा स्टारर फिल्म 'उमराव जान' से लेकर अमिताभ बच्चन स्टारर 'गुलाबो सिताबो' तक अपने किरदार को खूबसूरती से पेश कर लोगों को प्रभावित किया है. उन्हें 16अक्टूबर को दफनाया जाएगा.
जफर का आखिरी फिल्म गुलाबो सिताबो थी, जिसमें वह मिर्जा (अमिताभ बच्चन) की बेगम बनी थीं. इस फिल्म में जफर ने अदाकारी के जलवे बिखेरे थे. इससे पहले भी वह कई फिल्मों में नजर आ चुकी थीं. फारुख जफर ने अपने करियर की शुरुआत ने रेडियो एनाउंसर के तौर पर साल 1963में लखनऊ विविध भारती से की थी. उन्होंने बड़े पर्दे पर साल 1981में आई फिल्म ‘उमराव जान’से डेब्यू किया था. इस फिल्म में वह बॉलीवुड एक्ट्रेस रेखा की मां की भूमिका में नजर आई थीं.
इन सबके अलावा फारुख ने शाहरुख खान के साथ स्वदेश और आमिर खान के प्रॉडक्शन में बनी पीपली लाइव में काम किया था. मालूम हो सलमान खान के सुल्लान में भी फारुख जफर नजर आई थीं.
गुलाबो सिताबो फिल्म में उन्होंने अमिताभ बच्चन की पत्नी फातिमा बेगम की भूमिका निभाई थी. गुलाबो सिताबो की राइटर जूही चतुर्वेदी ने श्रद्धांजलि देते हुए लिखा, बेगम चली गईं फारुख जी, आप जैसा ना कोई था, और ना होगा. हमसे आप जुड़ीं, उसके लिए धन्यवाद.
फिर पीपली लाइव, चक्रव्यूह, सुल्तान और तनु वेड्स मनु में नजर आईं. 2019 में उन्होंने नारायण चौहान की ‘अम्मा की बोली’ में मुख्य भूमिका निभाई.
बेगम फारुख जफर की मौत की घोषणा उनके पोते शाज अहमद ने की. उन्होंने कहा कि शुक्रवार (15अक्टूबर) को गोमती नगर के विशेष प्रखंड स्थित उनके आवास पर उनकी दादी की स्ट्रोक से मौत हो गई थी. शाज अहमद के मुताबिक, उन्हें शनिवार सुबह 10बजे ईश बाग स्थित कब्रिस्तान में दफनाया जाएगा.
गौरतलब है कि बेगम फारुख जाफर को 5अक्टूबर को लखनऊ के सहारा अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उन्हें ब्रेन स्ट्रोक हुआ था जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अस्पताल में भर्ती कराते समय उनके फेफड़ों में भी संक्रमण हो गया था. वहीं, वह सांस लेने में तकलीफ, जुकाम और चोटों से जूझ रही थी.
बेगम फारुख जाफर की शादी एसएम जफर से हुई थी. महरालांसा में अपनी भूमिका निभाने वाली बेगम को फिल्मफेयर पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है.