आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
पुलिस ने बृहस्पतिवार को लद्दाख के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एस डी सिंह जामवाल द्वारा एक झूठा बयान देने वाले ‘डीपफेक’ वीडियो का प्रसार करने वाले लोगों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए एक प्राथमिकी दर्ज की।
पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) ने कहा है कि वह वीडियो डीपफेक है, जिसमें जामवाल कथित तौर पर यह दावा करते हुए दिखाई दे रहे हैं कि जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक को रक्षा मंत्री के निर्देश पर गिरफ्तार किया गया था।
यह वीडियो सोशल मीडिया मंच पर वायरल हो गया है।
लेह जिला पुलिस की साइबर इकाई ने एक बयान में कहा, ‘‘जिला पुलिस, लेह के संज्ञान में आया है कि सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक डीपफेक (डिजिटल रूप से छेड़छाड़ किया गया) वीडियो प्रसारित किया जा रहा है। इस वीडियो में, केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के डीजीपी के नाम से झूठे बयान दिए गए हैं।’’
उसने कहा, ‘‘इस वीडियो को दुर्भावनापूर्ण इरादे से डीपफेक एआई का उपयोग करके डिजिटल रूप से हेरफेर करके तैयार किया गया है और इससे क्षेत्र में शांति और सद्भाव बिगड़ सकता है।’’
पुलिस ने कहा कि इस संबंध में लेह पुलिस थाने में संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है और विस्तृत जांच जारी है।
पुलिस ने वांगचुक को 26 सितंबर को गिरफ्तार किया था। इसे दो दिन पहले लद्दाख को राज्य का दर्जा और अन्य मांगों को लेकर केंद्र शासित प्रदेश में विरोध प्रदर्शन हुए थे, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी और 90 लोग घायल हो गए थे।
वांगचुक को जामवाल के नेतृत्व में एक पुलिस दल ने हिरासत में लिया था।