आवाज द वाॅयस /मुंबई
जाने-माने कवि, लेखक, पत्रकार और फिल्म गायक इब्राहिम अश्क का कोरोना वायरस के कारण मुंबई के बाहरी इलाके मीरा रोड अस्पताल में निधन हो गया. उनकी आयु लगभग 71 वर्ष थी.
इब्राहिम अशक ने कविता, कहानी, पत्रकारिता और आलोचना में हाथ आजमाए. कर्बला के नाम से श्रद्धांजलियों का एक संग्रह भी प्रकाश में आया है.
इसके अलावा, इब्राहिम अशक ने गजल, कविता, शोकगीत, चैपाइयों, सलाम, दोहा, कसीदा, गीत और महिया और फिल्म गीत लेखन में भी सफल प्रगति की. इब्राहिम अशक लंबे समय से फिल्मी दुनिया से जुड़े रहे. उन्होंने कहो ना प्यार है, कोई मिल गया, जानशिन, इतबार समेत कई फिल्मों में गाने लिखे हैं.
इब्राहिम अशक का जन्म 20 जुलाई 1951 को मध्य प्रदेश के अजमेर जिले में हुआ था. इंदौर विश्वविद्यालय से हिंदी साहित्य में एमए किया. वे 12 वर्षों तक हिन्दी दैनिक इंदौर समाचार से जुड़े रहे.
उन्होंने शमा और सरिता पत्रिकाओं में भी काम किया. उनकी साहित्यिक और पत्रकारिता सेवाओं के लिए, उन्हें यूपी उर्दू अकादमी पुरस्कार, अखिल भारतीय बेन्जर पुरस्कार, महाराष्ट्र हिंदी पत्रकार सिंह पुरस्कार, अजिन जबलान क्लब के साहित्य सम्मान सहित कई पुरस्कार मिल चुके हैं.
इब्राहिम अश्क के निधन से साहित्य जगत शोक में है और फिल्म सिंगर्स एसोसिएशन ने भी दुख व्यक्त किया है. इब्राहिम अश्क को उनके सफल फिल्मी गानों के लिए याद किया जाएगा.
इब्राहिम अश्क की कला और व्यक्तित्व पर किताबें भी सामने आई हैं. साहित्यिक मासिक तकमील ने इब्राहिम अश्क संख्या भी प्रकाशित की है.