मोदी, शाह सहित शीर्ष भाजपा नेताओं ने कल्याण सिंह के निधन पर जताया शोक

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 22-08-2021
 मोदी, शाह सहित शीर्ष भाजपा नेताओं ने कल्याण सिंह के निधन पर जताया शोक
मोदी, शाह सहित शीर्ष भाजपा नेताओं ने कल्याण सिंह के निधन पर जताया शोक

 

नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित कई शीर्ष नेताओं ने गहरा शोक व्यक्त किया है. लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने भी शोक संदेश जारी किया है.

भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कल्याण सिंह के निधन को राजनीति के एक युग का अंत करार दिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल्याण सिंह के निधन पर ट्वीट कर अपने शोक संदेश में कहा, मेरा दुख, शब्दों से परे है. कल्याण सिंह जी.., राजनेता, अनुभवी प्रशासक, जमीनी स्तर के नेता और महान इंसान.

उत्तर प्रदेश के विकास में उनका अमिट योगदान है. उनके पुत्र राजवीर सिंह से बात कर संवेदना व्यक्त की। प्रधानमंत्री ने कहा, भारत के सांस्कृतिक उत्थान में उनके योगदान के लिए आने वाली पीढ़ियां हमेशा कल्याण सिंह जी की आभारी रहेंगी. वह ²ढ़ता से भारतीय मूल्यों में निहित थे और हमारी सदियों पुरानी परंपराओं पर गर्व करते थे। कल्याण सिंह जी ने समाज के लिए वंचित तबके के करोड़ों लोगों को आवाज दी.

उन्होंने किसानों, युवाओं और महिलाओं के सशक्तीकरण की दिशा में कई प्रयास किए। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा, कल्याण सिंह के निधन से आज हमने एक ऐसा विराट व्यक्तित्व खो दिया जिसने अपने राजनीतिक कौशल, प्रशासकीय अनुभव और विकासोन्मुखी ²ष्टिकोण से राष्ट्रीय स्तर पर एक अमिट छाप छोड़ी। वे वंचित वर्ग के उत्थान और सभी वर्गों के कल्याण को समर्पित रहे.

ओम बिरला ने कहा कि अपनी सहजता व सरलता के कारण वे जनता में लोकप्रिय थे. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने प्रदेश के विकास को नई गति दी. राजस्थान व हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल के तौर पर उनके सुदीर्घ अनुभव का लाभ दोनों राज्यों को भी मिला.

उनका निधन राजनीति के एक युग का अंत है. गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, कल्याण सिंह के निधन से देश ने आज एक सच्चे राष्ट्रभक्त, ईमानदार व धर्मनिष्ठ राजनेता को खो दिया. बाबूजी एक ऐसे विराट वटवृक्ष थे, जिनकी छाया में भाजपा का संगठन पनपा व उसका विस्तार हुआ.

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के एक सच्चे उपासक के रूप में उन्होंने जीवनभर देश व जनता की सेवा की. उन्होंने कहा, कल्याण सिंह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में अपनी कर्तव्यनिष्ठा व राजनीतिक कौशल से सुशासन की संकल्पना को साकार कर जनता को भय व अपराध से मुक्त एक जनकल्याणकारी शासन दिया और शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व सुधार कर आने वाली सरकारों के लिए उत्कृष्ट आदर्श भी स्थापित किए। गृहमंत्री अमित शाह ने आगे कहा, जन-जन के हृदय में बसने वाले प्रखर राष्ट्रवादी आदरणीय कल्याण सिंह जैसा महान व्यक्तित्व ढूंढने पर विरले ही मिलता है.

बाबूजी ने अपनी कर्मठता से विभिन्न संवैधानिक पदों पर रहते हुए किसान, गरीब और वंचित वर्ग को विकास की मुख्यधारा से जोड़कर देश की प्रगति में अपना अनुपम योगदान दिया. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कल्याण सिंह को अपना बड़ा भाई बताते हुए श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा, कल्याण सिंह जी उत्तर प्रदेश ही नहीं भारतीय राजनीति की वह कद्दावर हस्ती थे, जिन्होंने अपने व्यक्तित्व एवं कृतित्व से देश और समाज पर एक अमिट छाप छोड़ी। उनका लंबा राजनीतिक जीवन जनता-जनार्दन की सेवा में समर्पित रहा.

वे उत्तर प्रदेश के अत्यंत लोकप्रिय मुख्यमंत्री के रूप में जाने गए। राजनाथ सिंह ने कहा, जनसंघ के समय से ही उन्होंने भाजपा को मजबूत बनाने और समाज के हर वर्ग तक पहुंचाने के लिए कड़ी मेहनत की. श्रीरामजन्मभूमि आंदोलन में भी उनकी महती भूमिका के लिए उन्हें यह देश हमेशा याद रखेगा.

उनका निधन भारतीय राजनीति के लिए बड़ी क्षति है और मेरे लिए तो यह बहुत ही पीड़ादायक क्षण है. राजनाथ सिंह ने आगे कहा, कल्याण सिंह के निधन से मैंने अपना बड़ा भाई और साथी खोया है. उनके निधन से आई रिक्तता की भरपाई लगभग असम्भव है.

ईश्वर उनके शोक संतप्त परिवार को दु:ख की इस कठिन घड़ी में धैर्य और संबल प्रदान करे. ओम शांति. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अपने शोक संदेश में कहा, कल्याण सिंह का निधन भारतीय राजनीति के एक युग का अंत है. लाखों कार्यकर्ताओं को पार्टी की सेवा के लिए तैयार करने वाले बाबू जी की छवि सदैव हमारे मन-मस्तिष्क में विराजमान रहेगी.

कल्याण सिंह जी ने देश की राजनीति को नई दिशा दिखाई। प्रभु श्री राम उन्हें अपने चरणों में स्थान दें. जेपी नड्डा ने कहा कि कल्याण सिंह ने सदैव गरीब और वंचित वर्ग के कल्याण व अधिकारों के लिए संघर्ष किया. उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में हमेशा राष्ट्रहित और जनकल्याण को सर्वोपरि रखा. उन्होंने कभी भी आदशरें से समझौता नहीं किया. उनके पुत्र राजवीर सिंह और परिवारजनों के प्रति गहरी शोक संवेदना.