जम्मू
जम्मू में वार्षिक अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा के लिए इस बार केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की कुल 180 कंपनी तैनात की गई हैं, जो पिछले वर्षों की तुलना में 30 अधिक हैं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
जम्मू क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) भीम सेन टूटी ने प्रत्येक श्रद्धालु को सुरक्षित तीर्थयात्रा का आश्वासन दिया, लेकिन उनसे अपील की कि यदि वे जम्मू से यात्रा करने की योजना बना रहे हैं तो वे स्वतंत्र रूप से यात्रा करने के बजाय आधिकारिक जत्थे में यात्रा करें।
दक्षिण कश्मीर हिमालय में 3,880 मीटर ऊंचे पवित्र अमरनाथ गुफा मंदिर की 38 दिवसीय यात्रा दो मार्गों - अनंतनाग जिले में 48 किलोमीटर लंबे पारंपरिक पहलगाम मार्ग और गंदेरबल जिले में 14 किलोमीटर लंबे लेकिन अधिक खड़ी चढ़ाई वाले बालटाल मार्ग - से तीन जुलाई को शुरू होगी।
वार्षिक यात्रा शुरू होने से एक दिन पहले जम्मू के भगवती नगर आधार शिविर से तीर्थयात्रियों का पहला जत्था कश्मीर के लिए रवाना होगा।
आईजीपी ने कहा, ‘‘हर (अमरनाथ) तीर्थयात्री की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस सतर्क है। (जम्मू क्षेत्र में) पांच जिले (जम्मू, सांबा, कठुआ, उधमपुर और रामबन) एक सर्किट बनाते हैं, जिसके माध्यम से यात्रा गुजरती है। सीएपीएफ के जवान यहां पहुंच चुके हैं और इसकी कुल 180 कंपनी तैनात की गई हैं, जो पिछले साल की तुलना में 30 ज्यादा हैं।’’