CM Sai pays tribute to jawan killed during anti-Naxal ops; praises forces for taking on Maoists
रायपुर
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने शुक्रवार को कहा कि सुरक्षा बल पिछले डेढ़ साल से नक्सलवाद के खिलाफ मजबूती से लड़ रहे हैं और 31 मार्च 2026 तक इस खतरे को खत्म करने का केंद्र का संकल्प पूरा होगा.
वे सीआरपीएफ के कोबरा (कमांडो बटालियन फॉर रिजोल्यूट एक्शन) कमांडो को श्रद्धांजलि देने के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे, जो गुरुवार को राज्य के बीजापुर जिले में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ के दौरान शहीद हो गए.
शहीद जवान के लिए पुष्पांजलि समारोह यहां माना क्षेत्र में छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल की चौथी बटालियन में आयोजित किया गया.
साय ने कहा कि गुजरात निवासी कोबरा जवान मेहुल भाई नंदलाल सोलंकी ने बीजापुर के उसूर क्षेत्र में माओवादियों से लड़ते हुए शहादत पाई और कहा कि उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा.
उन्होंने कहा, "उन्होंने अदम्य साहस का परिचय दिया. हम उनकी शहादत को नमन करते हैं. हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें और उनके शोकाकुल परिवार को यह दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें. सोलंकी जी की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी. उन्होंने राष्ट्र की सेवा में अपने प्राणों की आहुति दी है. बस्तर क्षेत्र में शांति अवश्य स्थापित होगी."
साय ने कहा कि पूरा देश जानता है कि भारत के सुरक्षा बल पिछले डेढ़ साल से नक्सलवाद के खिलाफ मजबूती से लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि नक्सल विरोधी अभियानों में अभूतपूर्व सफलता मिली है. मुख्यमंत्री ने कहा, "हमारे प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री का 31 मार्च 2026 तक पूरे देश से नक्सलवाद को खत्म करने का संकल्प पूरा होगा."
गुरुवार को सुकमा और बीजापुर जिलों की सीमा पर तुमरेल के जंगलों में मुठभेड़ के दौरान कोबरा कमांडो सोलंकी और एक नक्सली मारा गया. बुधवार को एक बड़ी सफलता में, नारायणपुर-बीजापुर सीमा पर जंगलों में राज्य पुलिस की डीआरजी के साथ मुठभेड़ में प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) के महासचिव और उनके शीर्ष कमांडर नंबाला केशव राव (70) उर्फ बसवराजू सहित 27 नक्सली मारे गए.