आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली
शुक्रवार को केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इस अवसर पर शामिल हुए और बाद में श्रद्धालुओं के बीच भंडारा वितरित किया. इस वर्ष केदारनाथ धाम में तीर्थयात्रियों के लिए मुख्य सेवक भंडारा लगाया गया है. इससे पहले इस अवसर पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए सीएम धामी ने कहा कि चार धाम यात्रा 30 अप्रैल को शुरू हुई थी और दो मई के दो दिन बाद भगवान बद्रीनाथ धाम के कपाट भी श्रद्धालुओं के लिए खुल जाएंगे.
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सरकार श्रद्धालुओं की सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने में कामयाब रही है और उन्हें किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े, इसके लिए उचित व्यवस्था की गई है. सीएम धामी ने कहा, "चार धाम यात्रा 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया के अवसर पर शुरू हो गई है...आज से दो दिन बाद भगवान बद्रीनाथ विशाल के कपाट भी खुल जाएंगे और यात्रा पूरे जोर-शोर से शुरू हो जाएगी.
हमने यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया है कि श्रद्धालुओं की यात्रा सुरक्षित रहे और उन्हें यात्रा के दौरान किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े, इसके लिए हमने उचित व्यवस्था की है." हेलीकॉप्टर से श्रद्धालुओं पर बारिश की गई और भारतीय सेना के बैंड ने श्रद्धालुओं के लिए भक्ति धुनें बजाईं. सीएम धामी ने कहा कि मौजूदा समय में अलगाववाद और आतंकवाद जैसे कई मुद्दे हैं.
धामी ने कहा कि उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी के नाम पर प्रार्थना की और कहा कि भगवान उन्हें दुश्मनों से लड़ने की शक्ति दें और पहलगाम की घटना में शामिल लोगों को न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाएगा. उन्होंने कहा, "आज हमने यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर पूजा भी की है. आज आतंकवाद और अलगाववाद जैसे मुद्दे जो हमारे सामने हैं, बाबा हमारे प्रधानमंत्री को शक्ति देंगे और पहलगाम में ऐसी घटना करने वाले दुश्मनों, राक्षसों का अंत होगा." इस बीच, भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली गुरुवार को उत्तराखंड के केदारनाथ धाम पहुंची, जिसके साथ केदार घाटी में 'जय बाबा केदार' के जयकारे गूंजे.