नई दिल्ली
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने 41वीं बटालियन के एक जवान को एक पाकिस्तानी नागरिक से शादी की जानकारी छिपाने और उसकी वीजा अवधि समाप्त होने के बावजूद उसे शरण देने के आरोप में तत्काल प्रभाव से सेवा से बर्खास्त कर दिया है.
सीआरपीएफ ने बयान जारी कर कहा, “41वीं बटालियन के कांस्टेबल (जीडी) मुनीर अहमद की हरकतें सेवा आचरण के उल्लंघन के साथ-साथ राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी खतरा मानी गई हैं.
उन्होंने न सिर्फ अपने वरिष्ठ अधिकारियों से पाकिस्तानी महिला से विवाह की बात छिपाई, बल्कि जानबूझकर वीजा की अवधि खत्म होने के बाद भी उसे अपने पास रहने दिया। यह एक गंभीर अनुशासनात्मक मामला है.”
इस कार्रवाई को हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की पृष्ठभूमि में देखा जा रहा है, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी.. हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए कई अहम कदम उठाए हैं.
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) की बैठक के बाद ऐलान किया कि पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि को स्थगित किया गया है, साथ ही अटारी सीमा पर एकीकृत चेक पोस्ट को बंद करने का निर्णय भी लिया गया है.
मिस्री ने बताया कि अब पाकिस्तान के नागरिकों को सार्क वीजा छूट योजना (SVES) के तहत भारत यात्रा की अनुमति नहीं होगी। पहले से जारी सभी SVES वीजा रद्द माने जाएंगे और भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने का निर्देश दिया गया है.
इसके अतिरिक्त, दोनों देशों के उच्चायोगों की स्टाफ संख्या भी घटाकर 55 से 30 की जा रही है, जो 1 मई, 2025 तक और कम कर दी जाएगी..
सीसीएस ने समग्र सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करते हुए सभी सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है. बैठक में निर्णय लिया गया कि पहलगाम हमले के दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा और इस तरह की गतिविधियों को समर्थन देने वालों को भी जवाबदेह ठहराया जाएगा.