जब सिनेमा बना युद्ध का दस्तावेज़: भारत-पाक संघर्ष को जीवंत करती बॉलीवुड फिल्में

Story by  ओनिका माहेश्वरी | Published by  onikamaheshwari | Date 04-05-2025
Top Bollywood movies based on India-Pakistan war
Top Bollywood movies based on India-Pakistan war

 

ओनिका माहेश्वरी/ नई दिल्ली  

भारत-पाकिस्तान संघर्ष कई बॉलीवुड फिल्मों के लिए एक शक्तिशाली पृष्ठभूमि रहा है, जो बहादुरी, बलिदान और देशभक्ति की कहानियों को बड़े पर्दे पर लाता है.

उरी से लेकर राज़ी तक, अगर आप ऐसी फ़िल्में देखना चाहते हैं जो हमारे सशस्त्र बलों के साहस और युद्ध की जटिलताओं को दर्शाती हैं, तो यहाँ भारत-पाकिस्तान संघर्षों पर आधारित सर्वश्रेष्ठ बॉलीवुड फ़िल्मों की सूची दी गई है.

भुज

भुज द प्राइड ऑफ़ इंडिया 1भुज: द प्राइड ऑफ़ इंडिया 1971के भारत-पाक युद्ध पर आधारित एक युद्ध ड्रामा है, जो IAF स्क्वाड्रन लीडर विजय कार्णिक की सच्ची कहानी पर प्रकाश डालता है, जिन्होंने 300ग्रामीण महिलाओं की मदद से बमबारी वाली हवाई पट्टी का पुनर्निर्माण किया था. इस फ़िल्म में अजय देवगन, संजय दत्त, सोनाक्षी सिन्हा और नोरा फ़तेही मुख्य भूमिका में हैं.

स्काई फ़ोर्स

स्काई फ़ोर्स 1965के भारत-पाक युद्ध के दौरान भारत के पहले हवाई हमले पर आधारित 2025का युद्ध ड्रामा है. अक्षय कुमार, वीर पहारिया, सारा अली खान और निमरत कौर अभिनीत यह फिल्म एक उच्च-दांव मिशन में भारतीय वायु सेना के पायलटों की बहादुरी को दर्शाती है. स्काई फोर्स अमेज़न प्राइम वीडियो पर देखने के लिए उपलब्ध है.

उरी

सर्जिकल स्ट्राइक 2019की एक्शन से भरपूर युद्ध फिल्म है जो सच्ची घटनाओं से प्रेरित है, जो 2016के उरी आतंकी हमले के लिए भारतीय सेना की प्रतिक्रिया पर केंद्रित है.

मेजर विहान सिंह शेरगिल के नेतृत्व में, जिसका किरदार विक्की कौशल ने निभाया है, कहानी बहादुर सैनिकों की एक टीम की है जो पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी शिविरों के खिलाफ एक साहसी सीमा पार सर्जिकल स्ट्राइक करते हैं.

राज़ी

राज़ी (2018) 1971के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान सेट एक मनोरंजक जासूसी थ्रिलर है. फिल्म सहमत खान (आलिया भट्ट) पर आधारित है, जो एक युवा कश्मीरी महिला है, जिसे भारत की खुफिया एजेंसी, रॉ द्वारा पाकिस्तान की जासूसी करने के लिए भर्ती किया जाता है.

वह लगातार खतरे का सामना करते हुए महत्वपूर्ण जानकारी इकट्ठा करने के लिए एक पाकिस्तानी सैन्य अधिकारी (विक्की कौशल) से शादी करती है.

द गाजी अटैक

द गाजी अटैक (2017) 1971के भारत-पाकिस्तान युद्ध की सच्ची घटनाओं पर आधारित एक युद्ध थ्रिलर है. यह फिल्म पाकिस्तानी पनडुब्बी पीएनएस गाजी के रहस्यमयी डूबने पर केंद्रित है, जो भारतीय विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत को नष्ट करने का प्रयास कर रही थी. कहानी भारतीय पनडुब्बी आईएनएस करंज के चालक दल के साथ पानी के भीतर एक तनावपूर्ण लड़ाई का अनुसरण करती है.

पिप्पा

पिप्पा भारत की 45कैवेलरी रेजिमेंट के कैप्टन बलराम सिंह मेहता की कहानी बताती है, जिन्होंने अपने भाई-बहनों के साथ 1971के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान पूर्वी मोर्चे पर लड़ाई लड़ी थी.

शेरशाह

हमें हर भारतीय फिल्म की पटकथा की किताब से एक दृश्य मिलता है. या यूँ कहें कि हर फिल्म जो किसी भी तरह से आंसू निकालना चाहती है. कहानी कुछ इस तरह है: विक्रम बत्रा (सिद्धार्थ मल्होत्रा) और उनके साथी बंसी (अनिल चरणजीत) जम्मू और कश्मीर में रात्रि गश्त पर हैं, जहाँ वे पाकिस्तान के साथ चल रहे युद्ध के दौरान तैनात हैं,

और दोनों के बीच दिल की बात होती है. बंसी अपनी बेटी दुर्गा की तस्वीर दिखाते हुए कहते हैं कि युद्ध के बाद जब वे घर जाएँगे, तो पहली बार उसे अपनी बाहों में उठाएँगे. बंसी के शब्दों से प्रभावित होकर, बत्रा पिघल जाते हैं और अपनी बेटी के नाम पर एक एफडी खोलने का वादा करते हैं, ताकि उसका भविष्य सुरक्षित हो सके.

सैम बहादुर

सैम मानेकशॉ (3अप्रैल, 1914 - 27जून, 2008), जिन्हें सैम बहादुर ("सैम द ब्रेव") के नाम से भी जाना जाता है, 1971के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान भारतीय सेना के सेनाध्यक्ष थे और फील्ड मार्शल के पद पर पदोन्नत होने वाले पहले भारतीय सेना अधिकारी थे. उन्हें 1971के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान भारत की जीत का वास्तुकार माना जाता है.

1971

यह फिल्म 1971के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान छह युद्धबंदियों की कहानी पर आधारित है. फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे ये कैदी पाकिस्तान की जेल से भागने में सफल होते हैं और भारत लौटते हैं, साथ ही पाकिस्तान के अंदर चल रहे आंतरिक संघर्ष को भी बखूबी दर्शाया गया है.

एलओसी कारगिल

एलओसी कारगिल 1999के ऑपरेशन विजय पर आधारित है, जिसमें भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तान के आक्रमण का सामना किया और कश्मीर के कारगिल सेक्टर में अपना प्रभुत्व स्थापित किया. यह फिल्म अब तक की सबसे लंबी चलने वाली फिल्म मानी जाती है, जिसकी अवधि 255मिनट है.

बॉर्डर

बॉर्डर फिल्म का निर्देशन जयप्रकाश दत्ता ने किया था और यह 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के लोंगेवाला की लड़ाई पर आधारित है. यह फिल्म भारतीय सिनेमा की सबसे ज्यादा देखी जाने वाली युद्ध फिल्मों में से एक मानी जाती है, जिसमें सैनिकों की वीरता और बलिदान को दर्शाया गया है.