सुर बने सैनिकों की आवाज़: बॉलीवुड के गीतों में छिपा भारत-पाक युद्ध का दर्द

Story by  ओनिका माहेश्वरी | Published by  onikamaheshwari | Date 04-05-2025
Colors of patriotism: Songs made on Indo-Pak conflict
Colors of patriotism: Songs made on Indo-Pak conflict

 

ओनिका माहेश्वरी/ नई दिल्ली  

भारतीय सिनेमा में भारत-पाकिस्तान संघर्ष को गानों के माध्यम से शक्तिशाली रूप में प्रस्तुत किया गया. भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष भारतीय इतिहास का एक अहम हिस्सा रहा है. इन संघर्षों ने ना केवल सैनिकों, बल्कि आम नागरिकों के जीवन पर गहरे असर डाले.

भारतीय सिनेमा, जिसे बॉलीवुड के नाम से जाना जाता है, ने इन संघर्षों को अपनी फिल्मों और गानों के माध्यम से जीवित रखा है. खासकर युद्ध के दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच की स्थिति और उसके बाद के प्रभावों को फिल्मों के गानों ने शिद्दत से प्रदर्शित किया है.

यहां हम उन कुछ प्रसिद्ध गानों पर एक नज़र डालेंगे, जो भारतीय सिनेमा में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए संघर्षों की जद्दोजहद और संघर्ष को दर्शाते हैं.

1.ऐ मेरे हमसफ़र – बाज़ (1953)

वर्ष: 1953

संगीतकार: एस.डी. बर्मन

गीतकार: मजरूह सुलतानपुरी

बाज़ फिल्म का गाना 'ऐ मेरे हमसफ़र' भारत और पाकिस्तान के बीच हुए विभाजन (1947) के समय की परिस्थितियों को दर्शाता है. हालांकि यह गाना सीधे युद्ध पर आधारित नहीं है, लेकिन यह विभाजन के समय परिवारों के बीच होने वाली दरार और दूरियों को दिखाता है. यह गाना युद्ध के परिणामस्वरूप हुए दर्द और पीड़ा को उजागर करता है, जो आगे जाकर भारतीय सिनेमा में युद्ध से संबंधित कई गानों की नींव बना.

2. कर चले हम फ़िदा – हक़ीक़त (1964)

वर्ष: 1964

संगीतकार: मदन मोहन

गीतकार: कैफ़ी आज़मी

'कर चले हम फ़िदा' एक अत्यधिक भावुक और प्रेरणादायक गाना है, जो 1962 के चीन-भारत युद्ध की पृष्ठभूमि पर आधारित 'हक़ीक़त' फिल्म का हिस्सा है. हालांकि यह गाना 1962के युद्ध पर केंद्रित है, लेकिन इसने भारतीय सैनिकों के साहस, बलिदान और देशभक्ति की भावना को भी भारतीय सिनेमा में अमर कर दिया. मोहम्मद रफी द्वारा गाया गया यह गाना अब भारतीय सिनेमा का एक बहुत बड़ा युद्ध गीत बन चुका है.

3. दिल दिया है जान भी देंगे – कर्मा (1986)

वर्ष: 1986

संगीतकार: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल

गीतकार: जावेद अख्तर

फिल्म कर्मा का गाना 'दिल दिया है जान भी देंगे' 1971के भारत-पाक युद्ध के संदर्भ में सैनिकों के बलिदान और देशभक्ति को प्रदर्शित करता है. यह गाना भारतीय सैनिकों की निर्भीकता और उनकी वचनबद्धता को दर्शाता है, जो अपने देश के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगाने को तैयार रहते हैं. इस गाने के माध्यम से युद्ध की भीषणता और सैनिकों के त्याग को महसूस किया जा सकता है.

4. संदेश आते हैं – बॉर्डर (1997)

वर्ष: 1997

संगीतकार: अनु मलिक

गीतकार: जावेद अख्तर

'संदेश आते हैं' गाना भारतीय सैनिकों के दर्द और उनके परिवारों से दूर रहने की पीड़ा को दर्शाता है. फिल्म बॉर्डर 1971के भारत-पाक युद्ध पर आधारित थी और यह गाना सैनिकों की जिद्द, दर्द और देश के प्रति उनकी निष्ठा का प्रतीक बन गया. मोहम्मद रफी, सोनू निगम, और एस.पी. बालासुब्रमण्यम द्वारा गाए गए इस गाने में हर एक शब्द, एक गहरी भावना और बलिदान का प्रतीक है.

5. तेरी मिट्टी – केसरी (2019)

वर्ष: 2019

संगीतकार: अरको

गीतकार: Manoj Muntashir

फिल्म केसरी (2019) में 'तेरी मिट्टी' गाना भारतीय सैनिकों की मातृभूमि के प्रति उनकी निष्ठा और बलिदान को बखूबी दर्शाता है. यह गाना 1897में सारागढ़ी की लड़ाई पर आधारित है, जो भारतीय सैनिकों द्वारा लड़ी गई एक वीरतापूर्ण लड़ाई थी. पाकिस्तान से जुड़े युद्धों का संदर्भ भले न हो, लेकिन यह गाना भारतीय सैनिकों की अपार शौर्य और उनके बलिदान को सम्मानित करता है.

6. चक्रव्यूह – द वॉर विदिन (2001)

वर्ष: 2001

संगीतकार: हरिहरन

गीतकार: आनंद बक्शी

द वॉर विदिन फिल्म में 'चक्रव्यूह' गाना कश्मीर संघर्ष और 1999के कारगिल युद्ध की गहरी जटिलताओं को दर्शाता है. इस गाने में युद्ध के मानसिक और शारीरिक तनाव को गहराई से दिखाया गया है. यह गाना दर्शकों को यह एहसास दिलाता है कि युद्ध सिर्फ सैनिकों पर नहीं, बल्कि उनके परिवारों और समाज पर भी गहरा प्रभाव डालता है.

7. तुझे देख देख जाएं – एलओसी कारगिल (2003)

वर्ष: 2003

संगीतकार: आदेश श्रीवास्तव

गीतकार: समीर

'तुझे देख देख जाए' गाना 1999के कारगिल युद्ध पर आधारित एलओसी कारगिल फिल्म का हिस्सा है. यह गाना सैनिकों के परिवारों के बीच प्यार और दर्द को दर्शाता है, और उनके बलिदान की महिमा को सम्मानित करता है. फिल्म के संघर्षमयी युद्ध दृश्य और गाने के भावनात्मक बोल भारतीय सिनेमा में युद्ध पर आधारित गानों की एक नई दिशा स्थापित करते हैं.

भारत और पाकिस्तान के बीच हुए संघर्षों पर आधारित इन गानों ने न केवल भारतीय सिनेमा को समृद्ध किया, बल्कि लोगों के दिलों में देशभक्ति, बलिदान और युद्ध की कड़वी सच्चाई को भी उजागर किया.

इन गानों के माध्यम से दर्शकों को यह अहसास होता है कि युद्ध सिर्फ सीमा पर नहीं, बल्कि दिलों में भी लड़ा जाता है. बॉलीवुड के ये गाने आज भी हमें युद्ध के दर्द, सैनिकों की वीरता और युद्ध के बाद के प्रभावों की याद दिलाते हैं. यह गाने न केवल इतिहास को याद करते हैं, बल्कि भविष्य में शांति की आवश्यकता को भी प्रदर्शित करते हैं.