Centre should stop treating people of Jammu and Kashmir like criminals: Mehbooba Mufti
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने बृहस्पतिवार को केंद्र पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वह जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार कर रही है.
अनंतनाग जिले में पत्रकारों से बातचीत में मुफ्ती ने कहा, "लोगों को नौकरी से निकाला जा रहा है और उन्हें देशद्रोही करार दिया जा रहा है। वे घरों को भी देशद्रोही करार दे रहे हैं। फिर इन बेजान संपत्तियों को जब्त कर लिया जाता है या विस्फोटकों से उड़ा दिया जाता है.’’
दिवंगत सैयद अली शाह गिलानी द्वारा 2004 में गठित प्रतिबंधित संगठन तहरीक-ए-हुर्रियत कश्मीर के कार्यालय की कुर्की का जिक्र करते हुए मुफ्ती ने कहा कि अलगाववादी नेता की मृत्यु हो चुकी है, लेकिन उनकी विधवा कुर्क की गई इमारत में रहती है.
हैदरपुरा स्थित तीन मंजिला इमारत गिलानी का आवास था और तहरीक-ए-हुर्रियत का मुख्यालय भी था। इस इमारत को बुधवार को गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत कुर्क किया गया.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, "गिलानी की मृत्यु हो चुकी है और उनकी 80 वर्षीय पत्नी वहां रहती हैं। मानवता नाम की भी कोई चीज होती है। हाल में बिहार बंद का आयोजन किया गया क्योंकि किसी ने एक मां के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। यहां 80 वर्षीय विधवा रहती हैं, जो एक मां भी हैं। और आप उनका घर कुर्क कर रहे हैं।’’
मुफ्ती ने कहा कि राजनीतिक संगठनों के साथ वैचारिक मतभेद हो सकते हैं लेकिन इसका परिणाम अमानवीय रवैया नहीं होना चाहिए।
उन्होंने सवाल किया, ‘‘हमारे विचारों में मतभेद हो सकते हैं। जैसे हमें आरएसएस की विचारधारा पसंद नहीं, वैसे ही हमें गिलानी की विचारधारा भी पसंद नहीं। लेकिन आपने उनके घर को आपराधिक बना दिया। आपने जमात-ए-इस्लामी के स्कूलों और फलाह-ए-आम ट्रस्ट पर कब्ज़ा कर लिया। आप रोज छापेमारी करते हैं। आपने कश्मीर को क्या बना दिया है?’’
मुफ्ती ने आरोप लगाया ‘‘1947 में, जम्मू-कश्मीर पाकिस्तान के खिलाफ रहा और भारत में शामिल हो गया। लेकिन आज आप यहां के लोगों के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार कर रहे हैं।’’
पीडीपी प्रमुख ने कहा कि मुद्दों को सुलझाने का एकमात्र रास्ता बातचीत है।
उन्होंने कहा, "लद्दाख में जो कुछ भी हुआ वह बुरा था, लेकिन वहां आप बातचीत कर रहे हैं। गाजा में भी, बातचीत के ज़रिए मुद्दे सुलझाने की कोशिशें हो रही हैं।’’ उन्होंने कहा कि कश्मीर के मुद्दों को भी बातचीत के जरिए सुलझाया जाना चाहिए।