आवाज द वॉइस, चंडीगढ़/नई दिल्ली
भारत में आज नारी शक्ति के महत्व का एक शानदार दृश्य देखने को मिला। देश की महिला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को अंबाला वायुसेना स्टेशन पर राफेल लड़ाकू विमान में करीब आधे घंटे की उड़ान भरी. इससे पहले उन्होंने स्क्वाड्रन लीडर शिवांगी सिंह के साथ यादगार तस्वीर खिंचवाई.यह पल इसलिए भी ऐतिहासिक था क्योंकि स्क्वाड्रन लीडर शिवांगी सिंह देश की पहली महिला राफेल पायलट हैं.
राष्ट्रपति मुर्मू की यह उड़ान न केवल भारतीय वायुसेना की ताकत और आधुनिक सैन्य क्षमताओं को दर्शाती है, बल्कि महिलाओं के लिए प्रेरणा का भी प्रतीक है. तस्वीरों में देखा गया कि राष्ट्रपति और स्क्वाड्रन लीडर शिवांगी सिंह विमान में चढ़ने या उतरने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सीढ़ी पर खड़ी हैं, जो साहस और आत्मविश्वास का जीवंत उदाहरण है. राष्ट्रपति कार्यालय के बयान के अनुसार, इस उड़ान का आयोजन हरियाणा के अंबाला वायुसेना स्टेशन पर किया गया.
इस अवसर ने स्पष्ट कर दिया कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों के बराबर दक्षता और उपलब्धि हासिल कर सकती हैं. स्क्वाड्रन लीडर शिवांगी सिंह की उड़ान आधुनिक राफेल जेट विमान को संचालित करने की क्षमता और भारतीय वायुसेना में महिलाओं की बढ़ती भूमिका को प्रदर्शित करती है.
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उनका नाम कुछ समय पहले विवादों में आया था, जब पाकिस्तान समर्थक सोशल मीडिया हैंडल ने दावा किया था कि उन्हें ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान पकड़ा गया। हालांकि PIB ने 10 मई को इस दावे को पूरी तरह फर्जी बताया.
‘ऑपरेशन सिंदूर’ 22अप्रैल को पहलगाम में हुए नृशंस आतंकी हमले के बाद शुरू किया गया था.इस ऑपरेशन में राफेल जेट विमानों का उपयोग करते हुए पाकिस्तान के नियंत्रण वाले क्षेत्रों में आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया. चार दिन तक चली यह कार्रवाई देश की सुरक्षा और सैन्य रणनीति की मजबूती को साबित करती है. राष्ट्रपति मुर्मू की उड़ान ने इस संदर्भ में एयरफोर्स की क्षमताओं और सुरक्षा बलों के योगदान को भी उजागर किया.
राष्ट्रपति मुर्मू अब तक की पहली भारतीय राष्ट्रपति हैं, जिन्होंने भारतीय वायुसेना के दो लड़ाकू विमानों में उड़ान भरी है. इससे पहले, उन्होंने 2023में सुखोई 30एमकेआई में उड़ान भरी थी. राफेल उड़ान उनके साहस और भारतीय वायुसेना की आधुनिक क्षमताओं का प्रतीक बन गई है.
"The sortie on Rafale is an unforgettable experience for me. This first flight on the potent Rafale aircraft has instilled in me a renewed sense of pride in the nation's defence capabilities. I congratulate the Indian Air Force and the entire team of Air Force Station, Ambala for… pic.twitter.com/Ud3LX8uqBU
— President of India (@rashtrapatibhvn) October 29, 2025
इस उड़ान का सामाजिक और राजनीतिक महत्व भी है. यह दिखाती है कि महिलाएं सैन्य और सुरक्षा सेवाओं में भी पुरुषों के समकक्ष योगदान दे सकती हैं. राष्ट्रपति और स्क्वाड्रन लीडर शिवांगी सिंह की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं और देशभर में उन्हें सराहा गया.
राष्ट्रपति मुर्मू का यह कदम केवल भारतीय वायुसेना की ताकत का प्रदर्शन नहीं है, बल्कि महिला सशक्तिकरण, नेतृत्व और देशभक्ति का संदेश भी देता है। यह उड़ान भारतीय रक्षा क्षेत्र में प्रौद्योगिकी, प्रशिक्षण और समर्पण की दिशा में प्रेरणा स्रोत बनी है.
कुल मिलाकर, राष्ट्रपति मुर्मू की राफेल उड़ान न केवल भारत की सैन्य ताकत और राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है, बल्कि महिलाओं के लिए भी प्रेरणास्त्रोत बनकर उभरी है। यह गर्व और प्रेरणा का क्षण है, जो देशवासियों के दिलों में आत्मविश्वास और उम्मीद की लौ जलाता है.