Braj Holi 2024: Lathmar Holi today, this time Holi will be celebrated till April 2
ओनिका माहेश्वरी/ नई दिल्ली
दुनियाभर में ब्रज की होली मशहूर है. देश विदेश से पहुंचे लाखों श्रद्धालु ब्रज की होली देखने के लिए पहुंच रहे हैं. लड्डू होली, लठामार होली, फूलों की होली, छड़ीमार होली, गुलाल होली, आदि होली के प्रकार सिर्फ आपको उत्तर प्रदेश में दिखने को मिलेगी. आपको बता दें कि इस बार होली की धूम दो अप्रैल तक रहेगी. इसमें कृष्ण नगरी मथुरा, वृंदावन, राधा रानी का बरसाना, नंदगांव आदी शामिल है. बरसाना और नंदगांव की होली विश्व विख्यात है.
दो अप्रैल तक रहेगी होली की घूम:-
17 मार्च लड्डू होली बरसाना
18 मार्च लठामार होली बरसाना
19 मार्च लठामार होली नंदगांव व रावल
20 मार्च जन्मस्थान, बांके बिहारी
21 मार्च को गाेकुल में छड़ीमार होली
24 मार्च फालैन
25 मार्च धुल्हेड़ी
26 मार्च बलदेव गांव जाब, मुखराई
27 मार्च बठैन, गिडोह
31 मार्च महावन
02 अप्रैल रंगजी मंदिर
श्रीलाडलीजी मंदिर
बरसाना के श्रीलाडलीजी मंदिर में लड्डूमार होली हर्षोल्लास के साथ खेली गई. देश विदेश से पहुंचे लाखों श्रद्धालुओं ने होली का अद्भुत आनंद लिया. बरसाना मंदिर परिसर में नंदगांव और बरसाना में लोगों ने गायन भी किया.
द्वारिकाधीश मंदिर
द्वारिकाधीश मंदिर में पुजारी द्वारा उड़ाए जा रहे रंग और गुलाल में महिला, पुरुष और बच्चे लिपटे नजर आए. यह क्रम 25 मार्च तक प्रतिदिन सुबह राजभोग के दर्शनों में सुबह 10 बजे से 11 बजे तक चलेगा. 20 मार्च को ठाकुरजी कुंज में विराजमान होकर होली खेलेंगे.
राधावल्लभ मंदिर
ठाकुर राधावल्लभ मंदिर की लगभग 400 साल पुरानी होली की परंपरा का निर्वाह रंगभरनी एकादशी पर 20 मार्च को होगा. बड़े रासमंडल से राधाकृष्ण के स्वरूप अठखंभा पहुंचेंगे. यहां से बग्घी में विराजमान होकर राधाकृष्ण के स्वरूप सखियों के साथ नगर भ्रमण कर ब्रजवासियों को होली के लिए आमंत्रित करेंगे. इस सवारी के बाद से वृंदावन के मंदिरों में रंग की होली की शुरुआत हो जाएगी.
मथुरा होली
कृष्ण नगरी मथुरा में जन्मभूमि, केशव देव जी की होली फेमस है.
बांके बिहारी मंदिर होली
ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में 20 मार्च रंगभरनी एकादशी से होली की शुरुआत होगी. इसी दिन पंचकोसीय परिक्रमा के लिए करीब दस से बारह लाख श्रद्धालु वृंदावन में डेरा डालेंगे.
नंदगांव होली
लट्ठमार होली का यह त्योहार प्रत्येक वर्ष फाल्गुन महीने की पूर्णिमा को मनाया जाता है. आज नंदगांव में लट्ठमार होली का पर्व है जोकि अपने आप में ही विशेष है. पूरे भारत में बरसाना और नंदगांव की लट्ठमार होली प्रसिद्ध है. दूर दूर से लोग यहां की लट्ठमार होली को देखने के लिए आते हैं. नंदगांव के विश्व प्रसिद्ध नंदबाबा मंदिर में राधारानी के दर्शन घर की बहू के रूप में होते हैं. 5,000 साल से नंदगांव के हुरियारे बरसाना के बहनोई हैं. बरसाना-नंदगांव के लोग आपस में अपने बेटे-बेटियों का विवाह नहीं करते हैं. ब्रज की इस अनोखी रीत को पांच हजार साल से सभी जाति-धर्मों के लोग निभा रहे हैं.
होली का त्योहार नजदीक आते ही रंग-बिरंगी पिचकारियों और रंगों से बाजार भी गुलजार होने लगे हैं.