हमेशा पाकिस्तानियों से सहानुभूति रखते थे, उन्हें भारत जैसा शासन नहीं मिल सका: गुलाम नबी आजाद

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 15-05-2024
Ghulam Nabi Azad
Ghulam Nabi Azad

 

कुलगाम. पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू और कश्मीर (पीओजेके) में अशांति के बीच, डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद ने कहा कि उन्हें हमेशा पाकिस्तान के लोगों के प्रति सहानुभूति रही है. पाकिस्तान को वैसा शासन नहीं मिल सका, जैसा 1947 में विभाजन के बाद भारत को मिला था.

आजाद ने कहा, ‘‘1947 के बाद से आजाद कश्मीर और पाकिस्तान में एक अलग दुनिया रही है. आज सुबह मैं पढ़ रहा था कि सुप्रीम कोर्ट ने (पाकिस्तान के) पूर्व प्रधानमंत्री पर आरोप लगाए थे और उच्च न्यायालय ने उन्हें उन आरोपों से मुक्त कर दिया और अब वह बन सकते हैं पार्टी के नेता, वहां सुप्रीम कोर्ट बड़ा है या हाई कोर्ट, मुझे हमेशा पाकिस्तान के लोगों से सहानुभूति रही है कि उन्हें पिछले 73-74 वर्षों से भारत जैसा शासन नहीं मिल सका. पाकिस्तान को सेना या सेना के नामित व्यक्ति द्वारा चलाया गया है.’’

पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (पीओजेके) में विरोध प्रदर्शनों पर प्रकाश डालते हुए, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को दोहराया कि ‘‘यह भारत रहा है और हमेशा रहेगा.’’ उन्होंने कहा कि पीओके में लोग अपनी स्थिति की तुलना वहां रहने वाले लोगों से कर रहे होंगे. जम्मू और कश्मीर, बाद के क्षेत्र में स्पष्ट प्रगति की ओर इशारा करता है.

विदेश मंत्री जयशंकर कोलकाता में ‘व्हाई भारत मैटर्स’ कार्यक्रम और अपनी पुस्तक के बांग्ला संस्करण के विमोचन पर बातचीत कर रहे थे. इसके अलावा, पीओजेके की मौजूदा स्थिति पर जयशंकर ने जोर देकर कहा कि स्थिति का विश्लेषण बहुत जटिल है.

उन्होंने कहा कि पीओजेके में रहने वाला कोई व्यक्ति अपनी स्थिति की तुलना जम्मू-कश्मीर के लोगों से कर रहा होगा, सोच रहा होगा कि वहां के लोग वास्तव में कैसे प्रगति कर रहे हैं.

उन्होंने कहा, ‘‘पीओके में हलचल हो रही है, आप इसे सोशल मीडिया या टेलीविजन पर देख सकते हैं. इसका विश्लेषण बहुत जटिल है, लेकिन निश्चित रूप से, मेरे मन में कोई संदेह नहीं है कि पीओके में रहने वाला कोई व्यक्ति अपनी स्थिति की तुलना वास्तव में जम्मू-कश्मीर में रहने वाले किसी व्यक्ति से कर रहा है.’’

पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (पीओजेके) में कई दिनों के तीव्र विरोध प्रदर्शन और हिंसा के बाद तीन लोगों की मौत हो गई. प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार को पाकिस्तान सरकार द्वारा उनकी मांगें स्वीकार करने और एक बड़े राहत पैकेज की घोषणा के बाद विरोध प्रदर्शन बंद करने की घोषणा की.

यह तब हुआ, जब पाकिस्तान के प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ ने पीओजेके के लोगों के लिए पाकिस्तान मुद्रा (पीकेआर) 23 बिलियन सब्सिडी पैकेज की घोषणा की. यहां यह उल्लेख करना उचित है कि पीओजेके में पूरे क्षेत्र में पहिया जाम और शटर-डाउन हड़ताल के बीच पुलिस और अधिकार आंदोलन के कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़पें देखी गईं, जिसमें कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए.

सोमवार को पीएम शहबाज ने घाटी में उथल-पुथल के संबंध में बुलाई गई एक उच्च स्तरीय बैठक के दौरान एजेके के लिए 23 अरब रुपये के सब्सिडी पैकेज की घोषणा की. गेहूं के आटे की कीमत पीकेआर 3100 से पीकेआर 2000 तक कम कर करे पीकेआर 1100 प्रति 40 किलोग्राम बैग कर दी गई.

 

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