Akhilesh Yadav will campaign for Khesari Lal Yadav in Bihar.
                                
                                    
	आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
	
	
	 
	समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को कहा कि वह बिहार में भोजपुरी फिल्म स्टार और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के उम्मीदवार खेसारी लाल यादव के लिए प्रचार करेंगे ।
	 
	उन्होंने बिहार की बिगड़ती कानून-व्यवस्था की स्थिति और सरकार की कथित नाकामियों को लेकर भाजपा के नेतृत्व वाले राजग गठबंधन पर तीखा हमला किया।
	 
	उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने फिल्म स्टार और गोरखपुर से भाजपा सांसद रवि किशन पर उनके निर्वाचन क्षेत्र की तुलना स्पेन से करने को लेकर भी निशाना साधा।
	 
	यहां समाजवादी पार्टी मुख्यालय में एक पत्रकार वार्ता में यादव ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार उन्हीं मुद्दों को हल करने में नाकाम रही है जिन्हें वह अब बिहार में उठा रही है।
	 
	यादव ने बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर कहा,'' भाजपा जिन मुद्दों को उठा रही है। उसके लिए भाजपा की केन्द्र सरकार ने इतने वर्षों में क्या किया। बिहार में कानून व्यवस्था खराब है। हत्याएं हो रहीं है। चुनाव के दौरान हत्या हो गयी। यें घटनाएं बिहार में राज्य सरकार और केन्द्र सरकार की कार्य प्रणाली पर प्रश्नचिह्न लगा रही हैं। कानून व्यवस्था पर दूसरों से सवाल पूछने वालों की सरकार में क्या हो रहा है।’’
	 
	उन्होंने गैंगस्टर से नेता बने दुलार चंद यादव की बृहस्पतिवार को पटना के पास हत्या का ज़िक्र करते हुए यह कहा।
	 
	उन्होंने कहा, “चुनाव के समय एक नेता की हत्या बिहार में राज्य और केंद्र दोनों सरकारों के काम करने के तरीके पर गंभीर सवाल उठाती है। वहां हालात खराब हैं, और कानून-व्यवस्था पूरी तरह से खत्म हो गई है।”
	 
	यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भी हालात अलग नहीं हैं। उन्होंने आरोप लगाया, “हत्या, लूट और महिलाओं के खिलाफ अपराध की घटनाएं लगातार हो रही हैं। देश में सबसे ज़्यादा महिलाएं और बेटियां उत्तर प्रदेश में असुरक्षित हैं। भाजपा संगठन के अंदर भी महिलाएं अब शोषण को लेकर अपने ही नेताओं से सवाल कर रही हैं।”
	 
	कन्नौज के सांसद यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकारों में दलितों, पिछड़े वर्गों और अल्पसंख्यकों के खिलाफ अत्याचार चरम पर हैं।
	 
	यादव ने कहा कि (उप्र में)चाहे काकोरी हो या बलरामपुर की घटनाएं , दलितों और पिछड़े समुदायों को बेइज्जत किया जा रहा है।