मध्य प्रदेश के खंडवा में दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के दौरान हादसा: कम‑से‑कम 11 लोगों की मौत

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 02-10-2025
Accident during Durga idol immersion in Khandwa, Madhya Pradesh: At least 11 people killed.
Accident during Durga idol immersion in Khandwa, Madhya Pradesh: At least 11 people killed.

 

खंडवा / इंदौर

मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में विजयादशमी के अवसर पर दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के दौरान एक बड़ा हादसा हो गया, जिसमें कम से कम 11 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है और कई अन्य घायल हुए हैं। हादसा गुरुवार को पांधना थाना क्षेत्र के अर्दाला गांव के पास हुआ, जब एक ट्रैक्टर-ट्रॉली, जिसमें दुर्गा प्रतिमाएं और दर्जनों ग्रामीण सवार थे, अनियंत्रित होकर एक तालाब में पलट गई।

यह ट्रैक्टर-ट्रॉली पास के राजगढ़ पंचायत के पद्लाफाटा गांव से मूर्तियों के विसर्जन के लिए निकली थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, वाहन की रफ्तार तेज थी और मोड़ पर चालक का संतुलन बिगड़ गया, जिससे यह तालाब में जा गिरी। स्थानीय लोगों और पुलिस की मदद से अब तक 11 शव बरामद किए जा चुके हैं। मृतकों में कई महिलाएं और किशोरियाँ भी शामिल हैं। राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) और स्थानीय गोताखोरों की टीम ने राहत और बचाव कार्य शुरू किया है, और कुछ लोगों को सुरक्षित भी निकाला गया है।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि ट्रॉली में क्षमता से अधिक लोग सवार थे और प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि वाहन ओवरलोड था। घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन हरकत में आया और मौके पर अतिरिक्त SDRF टीमें भेजी गईं। घायलों को नज़दीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है।

मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से हादसे पर गहरा शोक जताया गया है और पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया गया है। सरकार ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं और यह भी तय किया गया है कि दोषी पाए जाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

यह हादसा एक बार फिर धार्मिक आयोजनों में सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन को लेकर सवाल खड़े करता है। त्योहारों के दौरान ट्रैक्टर-ट्रॉली जैसे वाहनों में बड़ी संख्या में लोगों को ले जाना आम बात है, लेकिन ऐसी लापरवाहियों के कारण जानमाल का भारी नुकसान होता है। स्थानीय प्रशासन पर भी यह सवाल उठता है कि क्या ऐसे आयोजनों के लिए पर्याप्त सुरक्षा दिशा-निर्देश और निगरानी तंत्र मौजूद हैं।

खंडवा की इस घटना ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। यह समय है जब श्रद्धा और आस्था के साथ-साथ सुरक्षा को भी समान महत्व दिया जाए, ताकि भविष्य में ऐसे हादसे दोहराए न जाएं।