10.18 crore women screened for cervical cancer: A major achievement under Ayushman Arogya Mandirs and NHM
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने महिलाओं के स्वास्थ्य क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है. देशभर में 30 वर्ष और उससे अधिक आयु की 10.18 करोड़ महिलाओं की सर्वाइकल कैंसर की जांच पूरी की जा चुकी है.
यह सफलता राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) और आयुष्मान आरोग्य मंदिरों (AAMs) के तहत चलाई जा रही एक विशेष जनसंख्या-आधारित पहल का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य गैर-संचारी रोगों (NCDs) की रोकथाम, जांच और प्रबंधन को सुनिश्चित करना है.
जांच का तरीका और व्यवस्था
इस कार्यक्रम के अंतर्गत 30 से 65 वर्ष की महिलाओं को VIA (Visual Inspection with Acetic Acid) पद्धति के माध्यम से जांच की जाती है. यह प्रक्रिया मुख्य रूप से सब-हेल्थ सेंटर और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (PHCs) में की जाती है, जहां प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मी इस कार्य को अंजाम देते हैं. यदि किसी महिला का VIA परीक्षण पॉजिटिव आता है, तो उसे आगे के जांच और उपचार के लिए उच्च स्तरीय चिकित्सा केंद्रों में भेजा जाता है.
जमीनी स्तर पर ASHA कार्यकर्ताओं की भूमिका
इस अभियान में आ Accredited Social Health Activists (ASHA) कार्यकर्ताओं की अहम भूमिका है. वे समुदाय स्तर पर CBAC (Community-Based Assessment Checklist) के माध्यम से जोखिम वाली महिलाओं की पहचान करती हैं और उन्हें जांच केंद्र तक पहुंचने के लिए प्रेरित करती हैं। साथ ही, वे महिलाओं को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने और कैंसर की शुरुआती पहचान के महत्व के बारे में जागरूक भी करती हैं. .