सुपुर्द-ए-खाक हो गईं ‘गुलाबो-सिताबो’ की लखनवी अदाकारा

Story by  मुकुंद मिश्रा | Published by  [email protected] | Date 17-10-2021
सुपुर्द-ए-खाक हो गईं ‘गुलाबो-सिताबो’
सुपुर्द-ए-खाक हो गईं ‘गुलाबो-सिताबो’

 

मुकुंद मिश्रा / लखनऊ
 
किसी की बड़ी अम्मी, किसी की भाभी, हिंदी सिनेमा की जानी मानी शख्सियत बेगम फर्रुख जफर साहिबा का शुक्रवार को शाम 7 बजे 89 वर्ष की आयु में इंतकाल होने के बाद उन्हें यहां सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया.
 
उन्होंने राजधानी के सहारा अस्पताल में अंतिम सांस ली. कुछ दिन पहले उन्हें सांस लेने में तकलीफ, सर्दी जुकाम व जकड़न की शिकायत पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उनकी दो बेटियां शाहीन और महरू जफर हैं. वरिष्ठ पत्रकार व लेखिका महरू जफर ने बताया कि बेगम उन्हीं के पास रहती थीं.
 
नमाज के बाद सुपुर्द- ए- खाक 

महरू जफर ने बताया कि शनिवार को दिन की नमाज के बाद करीब एक बजे ऐशबाग स्थित मल्लिका जहां कब्रिस्तान में बेगम को सुपुर्द ए खाक किया गया. उन्होंने बतौर रेडियो अनाउंसर अपना करियर शुरू किया था. 
महरू जफर ने बताया कि बेगम ने विविध भारती एनएसडी और फिर सेल्युलाइड तक अपना कैरियर रेडियो में बतौर अनाउंसर शुरू किया था.
 
‘गीतों भरी’ कहानी नामक प्रोग्राम काफी यादगार रहा, जिसमें वह गीतों के बीच सुनाई जाने वाली कहानियों में अपनी आवाज देती थीं. गीतों का चयन वह खुद करती थीं. नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में वह शाम को क्लास करती थीं.
लखनऊ में थियेटर करती थीं. एनएसडी से कोर्स के बाद उन्होंने राष्ट्रीय मंच पर अल्काजी के निर्देशन में इटैलियन नाटक ‘सिक्स कैरेक्टर्स इन सर्च ऑफ एन आथर’ में एक अहम किरदार निभाया.
 उमराव जान, स्वदेश, सीक्रेट सुपरस्टार, गुलाबो सिताबो, मेहरुनिस्सा में अपने किरदार को जीने वाली बेगम को 28 मार्च 2021 को फिल्मफेयर अवार्ड से नवाजा गया था.
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डॉयलॉग डिलीवरी में था  परफेक्शन 

गुलाबो सिताबो और मेहरुनिंसा के कास्टिंग डायरेक्टर मोहम्मद सैफ ने बताया कि उनकी जैसी अदाकारा आज तक नहीं देखी. डायलॉग याद करने में वह माहिर थीं. एक बार में ही सीन समझकर डॉयलाग डिलीवरी कर देती थीं. अमिताभ बच्चन भी उनकी अदाकारी के कायल थे. वह कहते हैं, उनके जैसा कोई दूसरा न था न हो सकता है. 
 
अधूरी रह गई डॉक्यूमेंट्री

दूरदर्शन के प्रोग्राम प्रोड्यूसर विवेक शुक्ला ने बताया कि अभिनय इनमें प्राकृतिक रूप से रचा बसा था. ’पीपली लाइव’ और ‘गुलाबो सिताबो’ के दौरान उनके खास जुड़ाव हुआ. उन्हेें लेकर एक डॉक्यूमेंट्री की सारी तैयारी हो चुकी थी. उनका इंटरव्यू लेना था, लेकिन उनके अस्वस्थ होने के कारण टलता गया. उनके इंतकाल से यह डॉक्यूमेंट्री अधूरी रह गई. उनकी कमी हमेशा खलती रहेगी.
 
हंसमुख और जिंदादिल थीं 

वरिष्ठ रंगकर्मी डॉ अनिल रस्तोगी ने बताया कि उनका दुनिया से रुखसत होना अपूरणीय क्षति है. उनके साथ मुक्ति भवन में काम किया है. वह बेहद हंसमुख मिजाज की थीं. फिल्म जगत में लोग उनकी जिंदादिली की मिसाल देते हैं. 
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बॉलीवुड में शोक की लहर 

बेगम के इंतकाल से बालीवुड में शोक की लहर दौड़ गई. सोशल मीडिया पर अभिनेत्री नेहा शर्मा ने अपनी अपकमिंग मूवी जोगीरा सारा रारा के सेट की तस्वीर साझा करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है. वहीं, आयुष्मान खुराना समेत अन्य बालीवुड हस्तियों ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है.
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

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