आवाज द वॉयस /नई दिल्ली
मुस्लिमों के लिए मेडिकल शिक्षा और मेडिकल कॉलेज की स्थापना की ओर ध्यान दिलाते हुए ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सचिव मौलाना मोहम्मद फजलुर-रहीम मुज्जदी ने कहा कि हमें प्रोफेशनल कोर्स और मेडिकल कॉलेज की ओर विशेष ध्यान देना चाहिए.
उन्होंने अमीना बीबी अस्पताल में कार्डियोलॉजी विभाग का उद्घाटन करते हुए यह बात कही. कहा कि वर्तमान युग में व्यावसायिक शिक्षा के महत्व को नकारा नहीं जा सकता. शिक्षा के बाद सबसे बड़ी समस्या रोजगार की है. व्यावसायिक शिक्षा रोजगार उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है.
उन्होंने कहा कि इस समय मुस्लिम को सबसे ज्यादा ध्यान व्यावसायिक शिक्षा के लिए मेडिकल कॉलेज और संस्थानों की स्थापना पर देना चाहिए. आने वाले समय में ऐसे पढ़े-लिखे लोगों की सबसे ज्यादा अहमियत होगी.
उन्होंने कहा कि मुसलमानों को व्यावसायिक पाठ्यक्रमों की संस्थाएं स्थापित करनी चाहिए. मुस्लिम पूंजीपतियों और प्रभावशाली लोगों को इसके लिए आगे बढ़ना होगा. उन्होंने कहा कि माता-पिता भी अपने बच्चों की उच्च शिक्षा के लिए हर संभव प्रयास करें. अपने कौशल को समर्पित करें.
उन्होंने शेख अहमद का जिक्र करते हुए कहा कि अपनी मां के स्वास्थ्य लाभ के लिए अमीना बीबी अस्पताल स्थापित करने का निर्णय लिया. 1997में अपने हाथों से इसकी आधारशिला रखी . उनका यह कदम सराहनीय और अनुकरणीय है. इस अस्पताल का उद्घाटन 2014 में हुआ था.
उन्होंने बताया कि अपने व्यवसाय का सारा पैसा आमना खातून अस्पताल में लगा दिया. यह अस्पताल सभी सुविधाओं से लैस है. आमना बीबी खातून, अस्पताल के रूप में यह अहमदाबाद के पृथक इलाके में स्थित है. अहमदाबाद से छह से सात किलोमीटर दूर इस इलाके में घनी मुस्लिम आबादी.
उन्होंने कहा कि अहमद भाई अफिनवाला ने अकेले वह किया जो बड़े संगठन नहीं कर सके. उनके दोनों बेटों ने भी अपने पिता के नक्शेकदम पर चलते हुए अस्पताल को और विकसित करने का फैसला किया है.जामिया हुदाया जयपुर के अमीर मुज्जदी ने इस अस्पताल को मेडिकल कॉलेज में बदलने की सलाह दी.
उन्होंने कहा, यह उत्तर गुजरात का पहला अस्पताल है जिसमें इतनी सारी सुविधाएं हैं. यहां मेडिकल कॉलेज की स्थापना की जानी चाहिए. मेडिकल कॉलेज में चार सौ बिस्तर का अस्पताल बनाया जा सकता है.इस दौरान मौलाना मुज्जदी ने वहां मौजूद लोगों को मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिए प्रेरित किया ताकि लड़के और लड़कियां आसानी से मेडिकल लाइन में प्रवेश कर सकें.
उन्होंने कहा कि हमारे पास अपने उच्च चिकित्सा संस्थान होने चाहिए.मोहम्मद फजलुर - रहीम मुज्जदीदी की सलाह पर अहमद भाई अफिनवाला के पुत्र ने मेडिकल कॉलेज की स्थापना करने और अपने पिता के अस्पताल और उनकी सेवाओं को हमेशा के लिए जारी रखने का भरोसा दिलाया.
गौरतलब हो कि अमीना बीबी अस्पताल के कार्डियोलॉजी विभाग के उद्घाटन के मौके पर बड़ी संख्या में शहर के गणमान्य, विद्वान, प्रख्यात उपदेशक और शैक्षणिक संस्थानों के प्रमुख और कॉलेजों के संरक्षक, डॉक्टर और वकील, व्यवसायी आदि मौजूद थे.