यूनुस अलवी, नूंह(मेवात), हरियाणा
हरियाणा का नूंह जिला शिक्षा और विकास में देश के सबसे पिछड़े जिलों में शामिल है. यहां पर शिक्षा के प्रयाप्त संसाधन न होने के बावजूद भी यहां के बच्चे अपनी काबलियत का झंडा गाड़ रहे हैं. इस बार जिले के करीब 26 बच्चों ने नीट की परीक्षा पर करके दिखा दिया है कि वे किसी से कम नहीं है. इतना ही नहीं नही जहां पुन्हाना की कीर्ति कंसल ने 720 अंकों में से 700 अंक हासिल कर जिला टॉप किया है.
वहीं चंदेनी गांव के दो सगे भाई शाहनवाज खान ने 602 और प्रवेज आलम ने 601 अंक हांसिल कर नया कीर्तिमान स्थापित किया है. पिछले करीब दस सालों में मेवात के 200 से अधिक बच्चे नीट की परीक्षा पास कर डाक्टर बनकर मेवात की सेवा कर रहे हैं.
एक समय ऐसा था जब मेवात के लोगों को अपने छोटे से भी इलाज के लिए अलवर, गुरूग्राम, पलवल, फरीदाबाद और दिल्ली जाना पड़ता था लेकिन अब मेवात के इन्हीं बच्चों ने नूंह, नगीना, फिरोजपुर, झिरका और पुन्हाना में अपने अस्पताल खोलकर लोगों की सेवा कर रहे हैं.
बुधवार को नीट परीक्षा के आए परिणाम में कीर्ति कंसल ने 700 अंक, मोहम्मद आदिल भाकड़ौजी झिरका ने 685, फहीम अहमद अगोन झिरका ने 660, सानिया तैय्यब धनेटा ने 660, शाजिया बालोत वहाबपुर ठेरा ने 651, कौशर खान नगीना ने 650, मोहम्मद जहीर लूहिंगा कलां ने 650 सोहेल खान ने 646, अफशां पाटखोरी ने 642, मोइन खान खेड़ला नूंह ने 641, शाहबाज खान धीरियाबास ने 637, तंजीम खान तिघरा झिरका ने 636, मोहम्मद सोहिम गांव नईं ने 636, सफीन नियाज सराय ने 626, अहसान खान मेवली ने 625, सोहा अली खान अहमदपुर ने 625, तबस्सुम खान चांदूकी ने 621, तस्लीम अहमद जोतरी ने 620, आफताब फिरोजपुर झिरका ने 620, रोबिन खान इंदपुर ने 620 असपाक खान नंगला धनसिंह ने 610, सोनिया आलम ठेकड़ी झिरका ने 607, शाहनवाज खान चंदेनी ने 602, परवेज आलम चंदेनी ने 601, इंसाफ झोंपडी ने 625, अफरोज खान डूंगरान षहजादपुर ने 457 अंक लेकर मेवात का नाम रोशन किया है.
मेवात के अधिक्तर बच्चों ने राजस्थान के सीकर से नीट की तैयारी की है. अब मेवात के बच्चों का कहना है कि वे डाक्टर बनकर मेवात की सेवा करना चहाते हैं. छात्रों का कहना है कि मेवात के डॉक्टरों की बेहद कमी है. कोई भी बहार का डाक्टर मेवात में अपनी सेवा देने तक को तैयार नहीं होते हैं.
इतना ही नहीं सरकार उन डॉक्टरों को वेतन के अलावा अतिरिक्त भत्ता भी देती है. उनका कहना है कि आने वाले समय में मेवात में अपने ही हजारों बच्चे डॉक्टर बनकर सेवा करेगें और सैकड़ों डॉक्टर बनकर सेवा दे भी रहे हैं.