हैदराबाद
मौलाना आज़ाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी (MANUU) स्वतंत्र भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आज़ाद की जयंती के अवसर पर 7 से 11 नवंबर, 2025 तक आज़ाद दिवस समारोह मना रही है।
समारोह का उद्घाटन MANUU मॉडल स्कूल, नूह (हरियाणा) में किया गया। इसके बाद हैदराबाद कैंपस में आज़ाद लिटरेरी फेस्टिवल (ALiF) आयोजित किया गया। इस फेस्टिवल में मौलाना अबुल कलाम आज़ाद के जीवन और उनके योगदान पर आधारित एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म कल्चरल एक्टिविटी सेंटर में दिखाई गई। फिल्म में उनके स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, शैक्षिक विचार और राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने की भूमिका को दर्शाया गया।
साहित्य सत्र "महफ़िल-ए-आफ़साना" का आयोजन यूनिवर्सिटी लिटरेरी क्लब ने किया। इस अवसर पर प्रसिद्ध कथाकारों ने अपनी श्रेष्ठ कहानियाँ प्रस्तुत कीं। वरिष्ठ लेखक डॉ. अज़ीम रही ने "ऑनलाइन रिश्ते", क़मर जमाली ने "तलाब" और अनवर मिर्ज़ा ने "सुभ सादिक" प्रस्तुत किया। लेखक नूरुल हसनैन ने भविष्यसूचक रचनात्मक कहानी "19 मार्च 2350" प्रस्तुत की, जिसने दर्शकों को अद्वितीय अनुभव दिया।
यूनिवर्सिटी फाइन आर्ट्स क्लब (UFAC) ने इंस्टॉलेशन प्रतियोगिता आयोजित की। इस प्रतियोगिता में छात्रों ने अपनी रचनात्मक प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया। प्रथम पुरस्कार समूह मादीहा मोहम्मदी (ITEP), निशात अफज़ा और नग़मा नगर (D.El.Ed) को मिला। द्वितीय पुरस्कार नवीदुल हसन, सलेहा जाबीन और मोहम्मद अफ़रोज़ आलम (B.A. MCJ) को मिला, जबकि तृतीय पुरस्कार साक़िम बख़्तावर अली अंसारी, मोहम्मद शहनवाज़ और मोहम्मद फहीम को मिला।
विवाद प्रतियोगिता “मौलाना आज़ाद का शैक्षिक दृष्टिकोण और विकसित भारत का निर्माण” पर अंग्रेज़ी, हिंदी और उर्दू में आयोजित की गई। छात्रों ने मौलाना आज़ाद के शिक्षा-प्रिय विचार, राष्ट्रीय एकता और आधुनिक भारत के निर्माण पर अपने विचार प्रस्तुत किए। अंग्रेज़ी में प्रथम पुरस्कार मारिया सूरी, द्वितीय रोसी तबस्सुम और तृतीय हसन अहमद को मिला। हिंदी में प्रथम पुरस्कार सफीना बानो, द्वितीय ज़ियाउल्लाह अंसारी और तृतीय ओमर अब्दुल्ला को मिला। उर्दू में प्रथम पुरस्कार मोहम्मद आबिद रज़ा, द्वितीय सना फ़िरदौस और तृतीय सैफ़ अली को मिला।
स्टैंड-अप कॉमेडी कार्यक्रम में भारत के प्रसिद्ध हास्य कलाकार श्री रहमान खान ने दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। तीन छात्रों ने भी इस कार्यक्रम में स्टैंड-अप कॉमेडी, फ्लॉप शो और सुंदर कविता प्रस्तुत की।
बैत बाज़ी प्रतियोगिता में विभिन्न विभागों की 10 टीमों ने हिस्सा लिया। प्रथम पुरस्कार: टीम मिर्ज़ा ग़ालिब (शेज़ान नाज़िम, ओमर अब्दुल्ला, हिदायतुल्लाह), द्वितीय पुरस्कार: टीम मुनिर नियाज़ी (अरिफ़ अली, मोहम्मदी फातिमा, सना आफ़रीन), तृतीय पुरस्कार: टीम मजाज़ (आइशा निगार, मोहम्मद इक़बाल, मोहम्मद ताज़ीर)।
“शाम-ए-मुसिक़ी” नामक मनोरंजक कार्यक्रम यूनिवर्सिटी म्यूज़िक क्लब ने आयोजित किया। इस कार्यक्रम का सबसे यादगार पल डॉ. अली रज़ा का प्रदर्शन था, जिसने दर्शकों से अपार तालियाँ प्राप्त की और कार्यक्रम में आध्यात्मिक वातावरण बना दिया।