मदरसों में गणित, विज्ञान, नागरिक शास्त्र भी होंगे अनिवार्य विषय.मदरसा बोर्ड की बैठक में लिया गया निर्णय.कामिल और फाजिल की अंतिम वर्ष की परीक्षाएं 25 से 30 अक्तूबर के बीच
मुकुंद मिश्रा /लखनऊ
उत्तर प्रदेश सरकार से मान्यता प्राप्त अनुदानित मदरसों में गणित, विज्ञान, इतिहास और नागरिक शास्त्र को अनिवार्य विषय के तौर पर शामिल किया जाएगा. मदरसा बोर्ड की मंगलवार को संपन्न हुई बैठक में मदरसों को आधुनिक बनाने के लिए इन विषयों को अनिवार्य विषय के तौर पर शामिल करने का निर्णय लिया गया.
इसके अलावा कामिल और फाजिल की अंतिम वर्ष की परीक्षाएं 25 से 30 अक्तूबर के बीच आयोजित कराने पर भी सहमति बनी.मदरसों के छात्रों को आधुनिक शिक्षा से जोड़ने के लिए सीनियर सेकेंड्री स्तर तक के मदरसा पाठक्रम में एनसीईआरटी के पाठयक्रम के मुताबिक गणित, विज्ञान, इतिहास और नागरिक शास्त्र को अनिवार्य विषय के तौर शामिल करने का निर्णय लिया गया.
मदरसा बोर्ड के चेयरमैन डा. इफ्तिखार अहमद जावेद ने बताया कि मदरसों में अब दीनी शिक्षा के साथ आधुनिक शिक्षा देने पर जोर दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि कई ऐच्छिक विषयों को अनिवार्य विषयों के तौर पर पाठयक्रम में शामिल किए जाने का निर्णय लिया गया है.
उन्होंने बताया कि कोरोना काल में कामिल और फाजिल के अंतिम वर्ष के परीक्षाएं लंबित थीं. ये परीक्षाएं अब 25 से 30 अक्तूबर के बीच संपन्न कराई जाएंगी. चेयरमैन ने बताया कि मदरसा बोर्ड के अभिलेखों के डिजिटलाईजेशन व पासपोर्ट सत्यापन आदि कार्य के लिये आईटी सेल का गठन भी किये जाने का निर्णय बोर्ड की बैठक में लिया गया है.
उन्होंने बताया कि बोर्ड की पाठयक्रम समिति, मान्यता समिति, परीक्षा समिति, परीक्षाफल समिति और वित्त समिति का गठन भी जल्द कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि बोर्ड के कार्यों में किसी भी तरह की समस्या से बचने के लिये तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के रिक्त पदों पर स्थाई तैनाती भी जल्द ही की जाएगी.
बैठक में डा. इमरान अहमद, कमर अली, तनवीर रिजवी, असद हुसैन, वित्त एवं लेखाधिकारी आशीष नंदन, रजिस्ट्रार आरपी सिंह मौजूद रहे.