एएमयू फीस वृद्धि: ऑल इंडिया जम्मू एंड कश्मीर स्टूडेंट्स एसोसिएशन ने शिक्षा मंत्री को लिखा पत्र

Story by  PTI | Published by  [email protected] | Date 12-08-2025
AMU fee hike: All India Jammu and Kashmir Students Association wrote a letter to the Education Minister
AMU fee hike: All India Jammu and Kashmir Students Association wrote a letter to the Education Minister

 

आवाज द वॉयस/नई दिल्ली

 
 ऑल इंडिया जम्मू एंड कश्मीर स्टूडेंट्स एसोसिएशन ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को पत्र लिखकर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविदयालय (एएमयू) में वार्षिक शुल्क में की गई भारी वृद्धि को तुरंत वापस लेने के लिए आवश्यक कदम उठाने का आग्रह किया है.
 
मंगलवार को जारी एक बयान में, एसोसिएशन के राष्ट्रीय संयोजक नासिर खेहमी ने कहा, ‘‘ विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा की गई 36 से 42 प्रतिशत तक की मनमानी और अनुचित शुल्क वृद्धि का छात्र विरोध कर रहे हैं.
 
खेहमी ने कहा, ‘‘इस शैक्षणिक सत्र में कुछ पाठ्यक्रमों की फीस में लगभग 30 से 40 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, उदाहरण के तौर पर बैचलर ऑफ लाइब्रेरी साइंस पाठ्यक्रम की फीस पिछले साल 16,000 रुपये थी और अब इसे बढ़ाकर 22,000 रुपये से अधिक कर दिया गया है.
 
बयान के अनुसार, एएमयू प्रॉक्टर वसीम अली ने पुष्टि की है कि विश्वविद्यालय ने विभिन्न पाठ्यक्रमों के लिए 500 रुपये से 1,500 रुपये के बीच फीस में वृद्धि की है. उन्होंने दावा किया कि यह मुख्य रूप से बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए है और यह विभिन्न समितियों द्वारा लिया गया एक सामूहिक निर्णय है.
 
इस बीच, एएमयू प्रवक्ता उमर पीरज़ादा ने मंगलवार को कहा, ‘‘विश्वविद्यालय फीस वृद्धि से संबंधित मुद्दों पर छात्रों की चिंताओं को दूर करने के लिए त्वरित कदम उठा रहा है.
 
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक प्रपत्र जारी किया है, जिसमें हाल ही में हुई फीस वृद्धि के संबंध में छात्रों (वर्तमान में अध्ययनरत छात्रों) से सुझाव मांगे गए हैं.
 
मंगलवार को एएमयू ने एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा कि फीस वृद्धि के मुद्दे पर हाल ही में नियुक्त समिति के संयोजक प्रोफेसर एम असमर बेग ने वास्तविक छात्रों से अपनी मांगों का उल्लेख करते हुए एक प्रपत्र भर कर फीस वृद्धि के मुद्दे पर सुझाव देने को कहा है.
 
पत्र में सरकार से शुक्रवार को बाब ए सर सैयद गेट पर प्रदर्शनकारियों पर हुए कथित हमले और ज्यादतियों की जांच का आदेश देने का भी आग्रह किया गया है। प्रदर्शनकारियों को शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के दौरान धरना स्थल पर कथित तौर पर घसीटा गया था.
 
एसोसिएशन ने अपने पत्र में आरोप लगाया है कि पिछले सात वर्षों से एएमयू में कोई निर्वाचित छात्र संघ नहीं होने के कारण विश्वविद्यालय प्रशासन किसी भी शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन को दबा देता है.
 
छात्र संघ ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री से एएमयू के विभिन्न छात्रावासों की दयनीय स्थिति की जांच करने का भी आग्रह किया है, जहां हजारों छात्र ‘‘अत्यधिक भीड़भाड़ वाले छात्रावासों में रह रहे हैं, और वहां साफ-सफाई एवं स्वच्छता का अभाव है.