AI की तेज़ लहर में चमका Nvidia, 'भू-राजनीतिक संकट' के बावजूद रिकॉर्ड कमाई

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 28-08-2025
Nvidia shines in the strong wave of AI, records earnings despite 'geopolitical crisis'
Nvidia shines in the strong wave of AI, records earnings despite 'geopolitical crisis'

 

आवाज द वाॅयस/ नई दिल्ली

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की वैश्विक लहर ने अमेरिकी चिप निर्माता कंपनी Nvidia को नया ऊंचाई पर पहुंचा दिया है। कंपनी ने वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में $46.74 अरब डॉलर का राजस्व दर्ज किया, जो कि पिछले साल की तुलना में 56% अधिक है। यह प्रदर्शन इस बात का संकेत है कि AI को लेकर उत्साह अभी बरकरार है, भले ही कुछ विशेषज्ञ इसे 'बुलबुला' मानने लगे हों।

Nvidia के CEO जेंसन हुआंग ने कमाई की जानकारी देते हुए कहा कि AI की दौड़ तेज हो चुकी है और Nvidia इसका प्रमुख आधार बन गया है। उन्होंने बताया कि बड़ी टेक कंपनियों जैसे Meta, Microsoft, Amazon और OpenAI की तरफ से भारी निवेश हो रहा है, जिससे AI इंफ्रास्ट्रक्चर की मांग आसमान छू रही है।

हालांकि, इतनी जबरदस्त कमाई के बावजूद Nvidia के शेयर 3% तक गिर गए, जिसका कारण डेटा सेंटर कारोबार की उम्मीद से थोड़ी कम ग्रोथ रही। कंपनी ने डेटा सेंटर से $41.1 अरब डॉलर की कमाई की, लेकिन यह विश्लेषकों के अनुमानों से थोड़ा नीचे रहा।

Nvidia की तेजी के बावजूद कंपनी को अमेरिका-चीन के बीच चल रहे व्यापारिक और सुरक्षा संबंधी तनाव का सामना करना पड़ रहा है। खासतौर पर चीन में कंपनी की बिक्री अमेरिकी सरकार की निर्यात नीति के अधीन है। हाल ही में ट्रंप प्रशासन ने Nvidia की H20 चिप्स पर लगा प्रतिबंध हटाया, जो विशेष रूप से चीन के लिए डिजाइन की गई थीं। लेकिन कंपनी ने यह साफ किया है कि उसने अभी तक कोई H20 चिप्स चीन को नहीं भेजी हैं, हालांकि कुछ ग्राहकों को लाइसेंस मिल चुके हैं।

अमेरिकी सरकार के साथ हुए समझौते के तहत Nvidia को चीन में इन चिप्स की बिक्री से होने वाले मुनाफे का 15% हिस्सा अमेरिकी सरकार को देना होगा। इसके अलावा, कंपनी Blackwell चिप्स की चीन में बिक्री के लिए भी अनुमति की मांग कर रही है, जो कि Nvidia का सबसे उन्नत AI प्लेटफॉर्म है।

चीन में बढ़ती प्रतिस्पर्धा और सरकार द्वारा Nvidia से दूरी बनाए रखने की अपील से कंपनी की संभावनाएं थोड़ी जटिल हो गई हैं। विश्लेषकों का मानना है कि अगर Nvidia चीन में अपना कारोबार फिर से सक्रिय कर पाती है, तो कंपनी की ग्रोथ और तेज हो सकती है।

पिछले दो वर्षों में Nvidia की आय में विस्फोटक वृद्धि देखी गई है, जहां उसने लगातार कई तिमाहियों में ट्रिपल-डिजिट ग्रोथ दर्ज की। 2023 की शुरुआत से अब तक कंपनी के शेयरों की कीमत 11 गुना तक बढ़ चुकी है और 2025 में अब तक यह 30% से अधिक की बढ़त दिखा चुकी है। जुलाई 2025 में Nvidia ने $4.4 ट्रिलियन मार्केट वैल्यू के साथ दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी बनने का रिकॉर्ड भी बनाया।

भविष्य की ओर देखते हुए, Nvidia ने जुलाई-सितंबर तिमाही में $54 अरब डॉलर के राजस्व का अनुमान जताया है, जो वॉल स्ट्रीट की अपेक्षाओं से भी अधिक है। CEO हुआंग ने कहा कि कंपनी के नए प्लेटफॉर्म Blackwell Ultra का उत्पादन पूरी गति से चल रहा है और इसके लिए वैश्विक मांग "असाधारण" है।

इस शानदार प्रदर्शन के बावजूद विशेषज्ञों में यह चर्चा भी तेज हो गई है कि कहीं AI में हो रहा यह विशाल निवेश एक टेक्नोलॉजी बबल तो नहीं बन रहा। OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन ने हाल ही में कहा था कि निवेशक AI को लेकर "कुछ ज्यादा ही उत्साहित" हैं।

हालांकि, Nvidia की मौजूदा स्थिति और उसका बाजार पर नियंत्रण इसे AI क्रांति की धुरी बना रहा है। अब देखना यह होगा कि कंपनी चीन से जुड़ी चुनौतियों और बाजार की ऊंची उम्मीदों के बीच अपनी स्थिति को कैसे संभालती है।