आवाज- द वॉयस/ एजेंसी
देश और विदेशों में चर्चित बिहार की शाही लीची और मालदह आम के पौधे अब जम्मू के बागों में भी लहलहाएंगे. जम्मू सरकार ने भागलपुर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति को एक पत्र भेजकर मुजफ्फरपुर की लीची और मालदह आम के पौधों को खरीदने की इच्छा जताई है.
जम्मू सरकार ने आम और लीची की खेती को प्रोत्साहित करने का फैसला किया है. जम्मू सरकार के उद्यान विभाग 10 से 20 जुलाई के बीच इन पौधों को लगाने का विशेष अभियान शुरू करने जा रहा है. इसके लिए जम्मू सरकार ने भागलपुर के सबौर में स्थित बिहार कृशि विश्वविद्यालय को पत्र भेजकर आम और लीची के पांच-पांच हजार पौधे खरीदने की इच्छा जाहिर की है.
बिहार विश्वविद्यालय अब इसकी व्यवस्था में जुट गया है.
सरकारी स्तर पर आम और लीची की फसल लग गई, तो बिहार की लीची और आम जम्मू के बागों में भी न केवल देखने को मिलेंगे, बल्कि जम्मू के लोग इसका स्वाद भी चखेंगे. इसके साथ ही किसानों को इसका लाभ भी मिल सकेगा.
बिहार कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आर के सोहाने ने बुधवार को बताया कि जम्मू सरकार के उद्यान विभाग ने पत्र भेजकर आम और लीची के पांच-पांच हजार पौधे खरीदने की इच्छा जाहिर की है. उन्होंने कहा कि बुधवार को उनके पत्र का जवाब भेजा जा रहा है.
उन्होंने कहा, '' जम्मू के लिए पौधों की व्यवस्था की जा रही है. अगर तय हुआ तो जल्द समय से पहले पौधे उपलब्ध करा दिये जाएंगे, जिससे समय पर पौधे लगाए जा सके.''
उन्होंने बताया, '' जम्मू कश्मीर के कई क्षेत्रों में पहले से भी आम की खेती होती है. ऐसे में अब विभाग की नजर बिहार के मालदह आम पर टिकी हुई है. सोहाने ने कहा कि यह एक प्रयास है, अगर सफल हुआ तो जम्मू कश्मीर के बागों में भी मालदह और शाही लीची के पौधे लहलाएंगे.''
उन्होंने बताया कि जम्मू के कृषि अधिकारियों से हुई बात के अनुसार राज्य में तीन क्लाइमेट जोन हैं. दो जोन में इन पौधों की खेती के लायक मौसम है.
उल्लेखनीय है कि बिहार की शाही लीची देश और विदेशों में भी चर्चित है. इस साल लीची ब्रिटेन तक पहुंच चुकी है. शाही लीची को जीआई टैग मिल चुका है. बिहार के मुजफ्फरपुर, वैशाली, समस्तीपुर, पूर्वी चंपारण, बेगूसराय सहित कई जिलों में शाही लीची के बाग हैं.