त्राल के शाहजेब ने स्थानीय लड़कों-लड़कियों से कहा, चुनौतीपूर्ण करियर तलाशें

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  onikamaheshwari | Date 06-02-2024
Tral's Shahzeb told local boys and girls to find challenging careers
Tral's Shahzeb told local boys and girls to find challenging careers

 

आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली 

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले का त्राल शहर वर्तमान में सही कारणों से समाचारों की सुर्खियों में है. यह पहले अपने युवा लड़कों के बड़ी संख्या में आतंकवादी समूहों में शामिल होने के लिए जाना जाता था.
 
त्राल शहर निवासी राजा शाहजेब रजा, एयर इंडिया के लिए पायलट बनने वाले पहले स्थानीय नागरिक हैं. शाहजेब ने अपनी स्कूली शिक्षा श्रीनगर के टिंडेल बिस्को मेमोरियल स्कूल से की. पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि बाद में शाहजेब ने कश्मीर विश्वविद्यालय से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बी.टेक की डिग्री हासिल की.
 
उन्होंने अमेठी (उत्तर प्रदेश) में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी में नामांकन लिया. शाहजेब ने अपना प्रशिक्षण पूरा करने के बाद एयर इंडिया में पायलट पद के लिए आवेदन किया. सभी परीक्षणों और प्रक्रियाओं से गुजरने के बाद, उन्हें एयरलाइंस ने पायलट के रूप में नियुक्त किया.
 
त्राल शहर के स्थानीय लोगों ने कहा कि शाहजेब ने उन्हें गौरवान्वित किया है. दरअसल हाल के दिनों तक, शहर के युवाओं को कथित आतंकवादी संबंधों के लिए संदेह की दृष्टि से देखा जाता था. शाहज़ेब ने साबित कर दिया है कि हमारे क्षेत्र के युवाओं ने आखिरकार सही रास्ता चुना है.
 
सज्जाद अहमद गनई ने कहा, "शाहजेब हमारे सैकड़ों युवाओं के लिए एक महान प्रेरणा हैं जो देश की सेवा करने और सम्मानजनक जीवन जीने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्टता हासिल करना चाहते हैं."
 
शाहजेब द्वारा चुना गया अनोखा करियर सिविल सेवाओं में शामिल होने की कोशिश कर रहे स्थानीय लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प बन गया है. यह उन सैकड़ों लोगों के लिए आशापूर्ण संदेश देता है, जो देश में चुनौतीपूर्ण करियर में शामिल होने के इच्छुक हैं.
 
त्राल शहर के 22 वर्षीय युवा शाहिद ने कहा कि बुनियादी बात यह नहीं है कि आप आईएएस/आईपीएस अधिकारी बनते हैं या नहीं. मूल बात यह है कि भारत जैसे देश में विकल्प अनगिनत हैं, बशर्ते आपके पास कड़ी मेहनत, ईमानदारी और सही प्रेरणा के साथ काम करने का दृढ़ संकल्प हो.