आवाज द वाॅयस/ नई दिल्ली
चिल्ड्रन इस्लामिक ऑर्गनाइजेशन (सीआईओ) ने “मिट्टी में हाथ, दिल वतन के साथ” शीर्षक से एक पर्यावरण अभियान शुरू किया जिसका लक्ष्य 25 जून से 26 जुलाई 2025 के बीच देश भर में दस लाख पौधे लगाने और उनकी देखभाल करने के लिए बच्चों को प्रेरित करना है.
जमाअत-ए-इस्लामी हिंद के दिल्ली स्थित मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को रमला, सैयद नाबिगअज़हान हुसैनी और मोहम्मद हुमैद ने संबोधित किया।
"सीआईओ इस्लामी मूल्यों पर आधारित बच्चों के सर्वांगीण विकास का एक राष्ट्रीय मंच है. मंच का जिसका मानना है कि प्रकृति की देखभाल बचपन से ही शुरू कर देनी चाहिए और बच्चों को सही मार्गदर्शन मिलने पर वे चीजों को बदल सकते हैं.
इस अभियान का उद्देश्य प्रत्येक बच्चों में प्रकृति की देखभाल, उसके प्रति जिम्मेदारी का एहसास और प्रेम की भावना पैदा करना है तथा वृक्षारोपण को राष्ट्रीय सेवा का एक आनंदमय और उद्देश्यपूर्ण कार्य बनाना है."
छात्र रमला ने विस्तार से बात करते हुए कहा : "इस अभियान की पृष्ठभूमि बिलकुल स्पस्ट है: पृथ्वी गर्म हो रही है, पेड़ बहुत कम बचे हैं, और वायु की गुणवत्ता खराब हो रही है.
वन लुप्त हो रहे हैं और इसके साथ ही जलवायु परिवर्तन के खिलाफ हमारी सुरक्षा भी लुप्त हो रही है. सीआईओ का मानना है कि बच्चे इस प्रवृत्ति को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। जब बच्चे पेड़ लगाते हैं और उनका पालन-पोषण करते हैं, तो वे न केवल ग्रह की मदद कर रहे होते हैं - बल्कि वे अपना भविष्य भी सुरक्षित कर रहे होते हैं और जिम्मेदारी तथा करुणा के आजीवन मूल्यों को सीख रहे होते हैं."
अभियान किस प्रकार आगे बढ़ेगा, इस बारे में बात करते हुए सैयद नाबिग अज़हान हुसैनी ने कहा, इस पहल के तहत, बच्चे स्कूलों, मदरसों, मस्जिदों, पड़ोस के पार्कों और यहां तक कि अपने घरों के सामने भी पौधे लगाएंगे.
प्रत्येक बच्चे को अपने पौधे का नाम रखने, एक मित्र की तरह उसकी देखभाल करने तथा चित्र, शिल्प, कविता आदि के माध्यम से अपने अनुभव को दर्ज करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा.
इस अभियान को सार्थक, शैक्षणिक और मनोरंजक बनाने के लिए विभिन्न गतिविधियां - हरित शपथ समारोह, प्रकृति की रक्षा पर शुक्रवार के धर्मोपदेश , प्रकृति भ्रमण, तथा कला, कविता और कहानी सुनाने की प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी.
बच्चों को अपने हरित प्रयासों के बारे में लघु वीडियो और रील बनाने के लिए भी आमंत्रित किया जाएगा, ताकि सोशल मीडिया पर संदेश फैलाया जा सके.सरकार के साथ सहयोग और पर्यावरण अभियान में इस्तेमाल किए जाने वाले नारों पर चर्चा करते हुए मोहम्मद हुमैद ने कहा, इस अभियान को प्रभावी ढंग से आगे बढ़ाने के लिए, सीआईओ सरकारी विभागों के साथ मिलकर स्वस्थ पौधे उपलब्ध कराने, उपयुक्त रोपण स्थानों की पहचान करने, पौधों और जानवरों के बारे में शैक्षिक संसाधन प्रदान करने और हरित क्षेत्रों की रक्षा करने के लिए सक्रिय रूप से सहयोग कर रहा है.
ये साझेदारियाँ सुनिश्चित करेंगी कि बच्चों को सही सहायता मिले और लगाए गए पेड़ जीवित रहें और फलते-फूलते रहें. प्रतिभागियों को प्रेरित और प्रोत्साहित करने के लिए सीआईओ नारे की एक श्रृंखला भी शुरू कर रहा है जो कक्षाओं, घरों और सार्वजनिक स्थानों में गूंजेगी:
हर बच्चा जब एक पेड़ लगाए, एक हरि-भरी दुनिया खिल उठे !
जब एक पत्ता मुस्कुराएगा – हर दिन हरियाली लाएगा !”
सीआईओ सभी छात्रों, शिक्षकों, अभिभावकों, स्कूल प्रशासकों और धार्मिक नेताओं से सक्रिय रूप से भाग लेने की अपील करता है. उस पीढ़ी का हिस्सा बनें जो देखभाल को व्यावहारिक रूप में बदल देती है.
एक ‘ट्री-हीरो’ बनें। एक हरित-चैंपियन बनें। हम मीडिया संगठनों, शिक्षकों, नागरिक समाज और पर्यावरण समूहों से इस अभियान को साझा करने और समर्थन देने का आग्रह करते हैं.
इसके प्रभाव की कल्पना करें: यदि दस लाख बच्चे एक-एक पौधे लगाएं और उसकी देखभाल करें, तो हमारे पास दस लाख नए पौधे होंगे, जिससे हमारा देश पौधों से भर जाएगा और हमारा भविष्य सुरक्षित हो जाएगा.
पौधे लगाओ। पृथ्वी को संरक्षित करो।