टोक्यो. टोक्यो पैरालिंपिक में 50 किग्रा भारोत्तोलन स्पर्धा में देश का प्रतिनिधित्व करने वाली देश की पहली महिला पावरलिफ्टर सकीना खातून पांचवें स्थान पर रहीं.
उनका वजन 93 किलो था. पावर लिफ्टिंग में, प्रत्येक एथलीट को तीन अवसर दिए जाते हैं, जिनमें से उसका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन माना जाता है. सकीना खातून ने पहले मौके पर 90किलो वजन उठाया.
फिर, अगले दो प्रयासों में, उन्होंने 93किग्रा भार उठाया. चीन की हो डीपी ने 120 वेट उठाकर गोल्ड मेडल जीता. दूसरे स्थान पर मिस्र के आर. अहमद थी. उसने 120 किग्रा भार उठाया, लेकिन रजत पदक जीतने में असफल रहीं.
20 जून 1989 को जन्मी सकीना को बचपन में ही पोलियो हो गया था. सकीना खातून का जन्म बैंगलोर में हुआ था. सकीना खातून के परिवार वाले हमेशा उसके भविष्य को लेकर चिंतित रहते थे, लेकिन सकीना ने अपने परिवार को गौरवान्वित करने की पूरी कोशिश की. 2010 में सकीना की सर्जरी के बाद उन्होंने पावर लिफ्टिंग की प्रैक्टिस शुरू कर दी. उस समय सकीना 12वीं क्लास में पढ़ रही थी.
2014 में, सकीना ने राष्ट्रमंडल खेलों में देश का प्रतिनिधित्व किया और 61 किग्रा में 88.2 किग्रा भार उठाकर कांस्य पदक जीता. इस बीच, 2018 में, उन्होंने रजत पदक जीता. सकीना ने दुबई में पैरा पावरलिफ्टिंग में 45 किग्रा वर्ग में रजत पदक जीता.