जामिया में वार्षिक सम्मेलन में भारत को चिकित्सा पर्यटन में वैश्विक केंद्र बनाने पर जोर

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 19-11-2025
Annual conference at Jamia Millia Islamia emphasizes making India a global hub for medical tourism
Annual conference at Jamia Millia Islamia emphasizes making India a global hub for medical tourism

 

नई दिल्ली

जामिया मिल्लिया इस्लामिया के प्रबंधन अध्ययन संकाय ने हाल ही में भारत में चिकित्सा पर्यटन पर अपना वार्षिक सम्मेलन ACMTI 2025 आयोजित किया, जिसका विषय था: “होलिस्टिक हीलिंग एंड क्वालिटी हेल्थकेयर: डेस्टिनेशन इंडिया फॉर ग्लोबल वेलनेस”। इस सम्मेलन में शिक्षाविदों, उद्योग विशेषज्ञों, शोधकर्ताओं और नीति निर्माताओं ने भारत को वैश्विक स्वास्थ्य और चिकित्सा पर्यटन का प्रमुख गंतव्य बनाने पर विचार-विमर्श किया।

सम्मेलन का उद्घाटन जामिया के रजिस्ट्रार प्रो. मोहम्मद महताब आलम रिज़वी ने मुख्य अतिथि, दक्षिण एशियाई विश्वविद्यालय के अध्यक्ष प्रो. (डॉ.) के.के. अग्रवाल, और विशिष्ट अतिथि, बेनेट विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) राज सिंह की गरिमामयी उपस्थिति में किया। उद्घाटन सत्र में स्वास्थ्य सेवा वितरण में नवाचार, सहयोग और समग्र उपचार के एकीकरण पर विशेष जोर दिया गया।

प्रो. (डॉ.) पंकज कुमार गुप्ता, डीन, एफएमएस और प्रो. (डॉ.) सारा हुसैन, विभागाध्यक्ष, डीटीएचएम ने भी सम्मेलन में अपने विचार साझा किए। इसके बाद डॉ. भूपिंदर चौधरी, विभागाध्यक्ष, डीएचएमएचएस ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

सम्मेलन के पैनल चर्चा सत्र का संचालन डॉ. पूजा शर्मा ने किया, जिसमें प्रतिष्ठित पैनलिस्ट्स जैसे शशांक शेखर (एएमएसपीएल), डॉ. शिखा गुप्ता (आई-क्लिनिक्स हॉस्पिटल्स), प्रो. (डॉ.) अमीना सुल्तान (जेएमआई) और प्रो. (डॉ.) रजनीश शुक्ला (एमिटी विश्वविद्यालय) शामिल थे। चर्चा में डिजिटल स्वास्थ्य परिवर्तन, सार्वजनिक-निजी भागीदारी और युवाओं द्वारा नेतृत्व किए गए स्वास्थ्य नवाचार पर ध्यान केंद्रित किया गया।

दोपहर में चार तकनीकी सत्र आयोजित किए गए, जिनमें स्वास्थ्य सेवा वितरण, पर्यटन नवाचार, डिजिटल स्वास्थ्य और कल्याण नीति पर विचार विमर्श हुआ। सम्मेलन में कुल 96 शोधपत्र प्रस्तुतियाँ और 130 प्रतिभागियों की उपस्थिति रही, जो देशभर से मजबूत शैक्षणिक सहभागिता को दर्शाता है।

समापन सत्र की अध्यक्षता प्रो. (डॉ.) पंकज कुमार गुप्ता ने की, जिसमें उत्कृष्ट शोध प्रस्तुतियों को सम्मानित किया गया और सर्वश्रेष्ठ शोधपत्र पुरस्कारों की घोषणा की गई। कार्यक्रम का समापन डॉ. भूपिंदर चौधरी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।

सम्मेलन ने भारत को समग्र और गुणवत्ता-संचालित स्वास्थ्य सेवा का अग्रणी गंतव्य साबित किया और शिक्षा एवं उद्योग के बीच सहयोग को मजबूत करने का संदेश दिया, जिससे देश के चिकित्सा पर्यटन क्षेत्र को और अधिक प्रोत्साहन मिलेगा।