वर्ल्ड बैंक ने पाकिस्तान की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान घटाकर आधा किया

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 11-01-2023
वर्ल्ड बैंक ने पाकिस्तान की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान घटाकर आधा किया
वर्ल्ड बैंक ने पाकिस्तान की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान घटाकर आधा किया

 

आवाज द वॉयस /इस्लामाबाद

विनाशकारी बाढ़ और वैश्विक विकास की चेतावनी के साथ विश्व बैंक ने पाकिस्तान की आर्थिक वृद्धि दर कम कर अंकी है. जीडीपी चालू वित्त वर्ष के दौरान दो प्रतिशत तक धीमी होने का अनुमान लगाया गया है. यह जून 2022 के अनुमान से दो प्रतिशत अंक नीचे है.
 
डॉन की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि विश्व बैंक का नवीनतम पूर्वानुमान तीव्र, लंबे समय तक चलने वाली मंदी की ओर इशारा करता है. इस वर्ष वैश्विक विकास दर 1.7 प्रतिशत आंकी गई है, जून में 3 प्रतिशत की भविष्यवाणी की गई थी. 
 
बैंक की नवीनतम ग्लोबल इकोनॉमिक प्रॉस्पेक्ट्स रिपोर्ट में कहा गया है कि उच्च मुद्रास्फीति, उच्च ब्याज दरों, घटे हुए निवेश और यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के कारण वैश्विक विकास तेजी से धीमा हो रहा है.
 
रिपोर्ट में, वाशिंगटन स्थित ऋण एजेंसी ने कहा कि पाकिस्तान का आर्थिक उत्पादन न केवल खुद घट रहा है, बल्कि क्षेत्रीय विकास दर को भी नीचे ला रहा है. इसने 2024 में पाकिस्तान की जीडीपी विकास दर के 3.2 तक सुधरने का अनुमान लगाया है, लेकिन वह भी पहले के 4.2 के अनुमान से कम होगा.
 
बैंक ने कहा, नीतिगत अनिश्चितता पाकिस्तान के आर्थिक दृष्टिकोण को और जटिल करती है. बाढ़ के नुकसान और इसके परिणामस्वरूप गरीबी में वृद्धि के अलावा, कम विदेशी मुद्रा भंडार और बड़े राजकोषीय और चालू खाते के घाटे के साथ पाकिस्तान में पहले से ही अनिश्चित आर्थिक स्थिति बनी हुई है.
 
पिछले साल अगस्त में भयंकर बाढ़ से समस्या और ज्यादा विकट हुई, जिसमें कई लोगों की जान चली गई थी.इस दौरान पाकिस्तान की लगभग एक-तिहाई भूमि प्रभावित हुई.बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुचा और लगभग 15 प्रतिशत आबादी को सीधे प्रभावित किया.
 
वित्त वर्ष 2022-23 के राष्ट्रीय विकास बजट की वसूली और पुनर्निर्माण की जरूरत 1.6 गुना होने की उम्मीद है. पाकिस्तान, कम विदेशी मुद्रा भंडार और बढ़ते संप्रभु जोखिम के साथ, जून और दिसंबर के बीच अपनी मुद्रा में 14 प्रतिशत की गिरावट देखी और इसी अवधि में इसके देश के जोखिम प्रीमियम में 15 प्रतिशत की वृद्धि हुई.
 
विश्व बैंक ने कहा कि पाकिस्तान की उपभोक्ता मूल्य मुद्रास्फीति सालाना आधार पर दिसंबर में 24.5 फीसदी तक पहुंच गई, जो हाल ही में 1970 के दशक के बाद से अपनी उच्चतम दर से नीचे है.
 
दक्षिण एशियाई क्षेत्र के 2023 और 2024 में क्रमशः 5.5 प्रतिशत और 5.8 प्रतिशत तक बढ़ने का अनुमान है.