मियामी
व्हाइट हाउस के दूत स्टीव विटकॉफ ने रविवार को कहा कि फ्लोरिडा में यूक्रेन और यूरोपीय प्रतिनिधियों के साथ हुई बातचीत “उत्पादक और रचनात्मक” रही। यह वार्ता रूस-यूक्रेन के बीच लगभग चार वर्षों से जारी युद्ध को समाप्त करने के प्रयासों का हिस्सा है।
सोशल मीडिया पर साझा संदेश में विटकॉफ ने कहा कि इन चर्चाओं का उद्देश्य यूक्रेन, अमेरिका और यूरोप के बीच एक साझा रणनीतिक दृष्टिकोण पर सहमति बनाना था। उन्होंने कहा, “हमारी साझा प्राथमिकता हत्याओं को रोकना, सुनिश्चित सुरक्षा उपलब्ध कराना और यूक्रेन के पुनर्निर्माण, स्थिरता तथा दीर्घकालिक समृद्धि के लिए परिस्थितियां बनाना है। शांति केवल युद्धविराम नहीं, बल्कि एक स्थिर भविष्य की गरिमामय नींव होनी चाहिए।” यह टिप्पणी डोनाल्ड ट्रम्प के दूत के तौर पर आई है।
यह पहल ट्रम्प प्रशासन के महीनों से चल रहे कूटनीतिक प्रयासों का हिस्सा है। हालांकि, मॉस्को और कीव की परस्पर विरोधी मांगों के चलते प्रगति चुनौतीपूर्ण रही है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हाल में संकेत दिया है कि वह यूक्रेन पर अपनी अधिकतम मांगों पर अड़े हुए हैं, जबकि युद्धक्षेत्र में रूसी सेनाएं भारी नुकसान के बावजूद धीरे-धीरे आगे बढ़ रही हैं।
इसी बीच रूस के एक दूत किरिल दिमित्रीव ने भी शनिवार को कहा कि फ्लोरिडा में रूस के साथ समानांतर बातचीत “रचनात्मक रूप से आगे बढ़ रही है।” उन्होंने बताया कि उनकी मुलाकात विटकॉफ और ट्रम्प के दामाद जेरेड कुशनर से हुई। रविवार को रूस-अमेरिका वार्ता पर कोई नया अपडेट नहीं आया।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने टेलीग्राम पर कहा कि कूटनीतिक प्रयास “काफी तेजी से आगे बढ़ रहे हैं” और फ्लोरिडा में उनकी टीम अमेरिकी पक्ष के साथ काम कर रही है। हालांकि, क्रेमलिन ने यूक्रेन-रूस-अमेरिका की त्रिपक्षीय वार्ता की तैयारी से इनकार किया।
उधर, फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों के कार्यालय ने पुतिन की बातचीत की इच्छा का स्वागत किया है और कहा कि आगे की प्रक्रिया “आने वाले दिनों में” तय होगी। वहीं, यूरोपीय संघ के नेताओं ने यूक्रेन की सैन्य और आर्थिक जरूरतों के लिए अगले दो वर्षों में 90 अरब यूरो की सहायता पर सहमति जताई है, हालांकि जमे हुए रूसी परिसंपत्तियों के उपयोग पर मतभेद बने हुए हैं।






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