आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
अमेरिका के एक अक्टूबर से ब्रांडेड और पेटेंट वाले दवा उत्पादों के आयात पर 100 प्रतिशत शुल्क लगाने से भारतीय दवा निर्माताओं को कोई खास नुकसान नहीं होगा.
विश्लेषकों ने यह अनुमान जताते हुए कहा कि सन फार्मा पर कुछ जोखिम तो है, लेकिन आय पर सीमित प्रभाव पड़ेगा..
एचएसबीसी ग्लोबल इन्वेस्टमेंट रिसर्च ने एक रिपोर्ट में कहा कि भारतीय कंपनियों में केवल सन फार्मा की अमेरिका में पेटेंट वाली दवाओं से अच्छी-खासी बिक्री है (वित्त वर्ष 2024-25 के राजस्व का लगभग 17 प्रतिशत).
अमेरिका ने पिछले सप्ताह एक अक्टूबर से अमेरिका में आने वाली ब्रांडेड या पेटेंट दवाओं पर 100 प्रतिशत शुल्क लगाने की घोषणा की। हालांकि, अमेरिका में विनिर्माण संयंत्र बनाने वाली दवा कंपनियों को इससे छूट दी गई है.
एचएसबीसी ने कहा कि सन फार्मा ने वित्त वर्ष 2024-25 में पेटेंट उत्पादों से 1.217 अरब अमेरिकी डॉलर की वैश्विक बिक्री दर्ज की, जिसमें अमेरिकी बाजार का योगदान लगभग 1.1 अरब अमेरिकी डॉलर (वैश्विक बिक्री का 85-90 प्रतिशत) था। यह आंकड़ा कुल राजस्व का 17 प्रतिशत और एकीकृत प्रति शेयर आय (ईपीएस) का 8-10 प्रतिशत था.
रिपोर्ट में कहा गया, ''जेनेरिक (पेटेंट-मुक्त) दवाएं अमेरिकी शुल्क से मुक्त हैं, इसलिए अन्य भारतीय कंपनियों पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा.
क्रिसिल रेटिंग्स के वरिष्ठ निदेशक अनुज सेठी ने कहा कि नए शुल्क से ''भारतीय दवा निर्माताओं को कोई खास नुकसान नहीं होगा'', क्योंकि अमेरिका को निर्यात में मुख्य रूप से जेनेरिक, पेटेंट मुक्त दवाएं शामिल हैं, जो इन शुल्क के दायरे में नहीं आती हैं.
एचएसबीसी ने कहा कि इस समय सन फार्मा के पेटेंट उत्पाद ज्यादातर वैश्विक अनुबंध विकास और विनिर्माण संगठन (सीडीएमओ) भागीदार बताते हैं.
इसमें आगे कहा गया, ''हालांकि यह शुल्क सन फार्मा के लिए व्यापक रूप से नकारात्मक है, हमें लगता है कि आय पर शुल्क का प्रभाव कई पहलुओं पर निर्भर करता है। इनमें आपूर्ति श्रृंखला का विस्तार, ब्रांड का आईपी स्थान, तृतीय-पक्ष निर्माताओं का उपयोग शामिल हैं.''
रिपोर्ट में कहा गया कि सबसे खराब स्थिति में सन फार्मा को अमेरिका में संयंत्रों वाले सीडीएमओ भागीदारों को विनिर्माण स्थानांतरित करना होगा.
सन फार्मा पेटेंट उत्पादों के निर्माण को अमेरिका स्थित अपने तीन संयंत्रों में भी स्थानांतरित कर सकती है। कंपनी नए पूंजीगत व्यय की घोषणा भी कर सकती है या अमेरिका में एक विनिर्माण संयंत्र का अधिग्रहण कर सकती है। इसके लिए 6-24 महीने तक का समय लग सकता है.