कीव, यूक्रेन
राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ इस सप्ताह के अंत में व्हाइट हाउस में प्रस्तावित मुलाकात से पहले, यूक्रेनी सरकार के एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने अमेरिका की प्रमुख हथियार निर्माता कंपनियों से मुलाकात की है। यह जानकारी यूक्रेन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को दी।
यूक्रेनी राष्ट्रपति कार्यालय के प्रमुख आंद्री येरमक और प्रधानमंत्री यूलिया स्विडेंको के नेतृत्व वाले इस प्रतिनिधिमंडल ने अमेरिकी रक्षा कंपनियों लॉकहीड मार्टिन और रेथियॉन के अधिकारियों से मुलाकात की। येरमक ने अपनी टेलीग्राम पोस्ट में यह जानकारी साझा की।
हालांकि येरमक ने बातचीत के ब्योरे का खुलासा नहीं किया, लेकिन उन्होंने कहा कि इन कंपनियों के साथ यूक्रेन का सहयोग लगातार "बढ़ रहा है"। उन्होंने यह भी दोहराया कि रूस के साथ जारी युद्ध में मदद के लिए यूक्रेन को अमेरिका से निरंतर सहयोग की अपेक्षा है। गौरतलब है कि यह युद्ध 24 फरवरी 2022 से जारी है।
येरमक के वरिष्ठ सलाहकार मायखाइलो पोडोल्याक ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर बताया कि यूक्रेन अमेरिका से क्रूज मिसाइलें, वायु रक्षा प्रणालियां और संयुक्त ड्रोन निर्माण समझौते चाहता है।
रेथियॉन कंपनी द्वारा निर्मित पैट्रियट वायु रक्षा प्रणाली यूक्रेन के लिए रूस के लंबी दूरी के हमलों से बचाव में बेहद अहम रही है, वहीं टॉमहॉक क्रूज मिसाइलें रूसी ठिकानों पर जवाबी हमलों के लिए उपयोगी मानी जा रही हैं।
यूक्रेन विशेष रूप से टॉमहॉक मिसाइलें हासिल करना चाहता है ताकि वह रूस के भीतरी क्षेत्रों — यहां तक कि मॉस्को — तक सटीक और शक्तिशाली हमले कर सके।
ऐसी व्यापक उम्मीद जताई जा रही है कि राष्ट्रपति जेलेंस्की, ओवल ऑफिस में ट्रंप के साथ होने वाली मुलाकात के दौरान इन मिसाइलों की खरीद को लेकर औपचारिक अनुरोध कर सकते हैं। हालांकि, वाशिंगटन इस मुद्दे पर सावधानी बरत रहा है क्योंकि इससे युद्ध और अधिक भड़कने तथा अमेरिका-रूस के बीच तनाव बढ़ने की आशंका है।
राष्ट्रपति ट्रंप ने रविवार को रूस को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर मास्को जल्द युद्ध नहीं रोकता, तो अमेरिका यूक्रेन को टॉमहॉक मिसाइलें भेज सकता है।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि टॉमहॉक मिसाइलें युद्ध के मैदान में विशेष बदलाव नहीं लाएंगी। वहीं क्रेमलिन प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने रविवार को दिए गए एक बयान में कहा कि यह मुद्दा मास्को के लिए गंभीर चिंता का विषय है।