UAE issues statement on ongoing developments in Yemen, reiterating Saudi Arabia's commitment to security
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने यमन में चल रहे घटनाक्रम को लेकर सऊदी अरब द्वारा जारी एक बयान पर अपनी चिंता जाहिर की है और उसमें यूएई की भूमिका को लेकर कही गई बातों को तथ्यात्मक रूप से गलत बताया है। यूएई ने साफ शब्दों में किसी भी ऐसे प्रयास को खारिज किया है, जिसमें उसे यमन के विभिन्न पक्षों के बीच तनाव बढ़ाने या सैन्य कार्रवाइयों के लिए जिम्मेदार ठहराने की कोशिश की गई हो।
यूएई ने उन आरोपों का कड़ा खंडन किया है, जिनमें कहा गया है कि उसने किसी भी यमनी पक्ष पर दबाव डाला या उन्हें ऐसे सैन्य कदम उठाने के निर्देश दिए, जिससे सऊदी अरब की सुरक्षा या उसकी सीमाओं को खतरा हो। यूएई ने दोहराया कि वह सऊदी अरब की सुरक्षा और स्थिरता के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है और उसके संप्रभुता व राष्ट्रीय सुरक्षा का पूर्ण सम्मान करता है।
अपने बयान में यूएई ने कहा कि दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक और भ्रातृ संबंध क्षेत्रीय स्थिरता की आधारशिला हैं और इस दिशा में सऊदी अरब के साथ उसका समन्वय लगातार बना हुआ है। यूएई ने यह भी स्पष्ट किया कि हदरमौत और अल-मह्रा प्रांतों में हालिया घटनाओं की शुरुआत से ही उसका रुख स्थिति को नियंत्रित करने, तनाव कम करने और आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने पर केंद्रित रहा है।
मुकल्ला बंदरगाह पर हुई सैन्य कार्रवाई से जुड़े गठबंधन बलों के प्रवक्ता के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए यूएई के विदेश मंत्रालय ने संघर्ष को बढ़ावा देने के आरोपों को पूरी तरह खारिज किया। मंत्रालय ने कहा कि संबंधित शिपमेंट में कोई हथियार शामिल नहीं थे और उतारे गए वाहन यमन के किसी भी पक्ष के लिए नहीं, बल्कि यमन में तैनात यूएई बलों के उपयोग के लिए थे। इन वाहनों को लेकर सऊदी अरब के साथ उच्च स्तर पर समन्वय था और यह सहमति भी बनी थी कि वाहन बंदरगाह से बाहर नहीं जाएंगे, इसके बावजूद उन पर हमले से यूएई को हैरानी हुई।