वॉशिंगटन डीसीअमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डीसी स्थित कैपिटल यहूदी संग्रहालय के बाहर बुधवार को गोलीबारी की एक दर्दनाक घटना में इजराइली दूतावास के दो कर्मचारियों की मौत हो गई। हमले के वक्त संग्रहालय में अमेरिकन ज्यूइश कमेटी (AJC) का एक कार्यक्रम चल रहा था।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जब एक व्यक्ति अस्वस्थ नजर आया तो कई लोग उसकी मदद के लिए पानी लेकर पहुंचे, लेकिन बाद में पता चला कि वही व्यक्ति गोलीबारी का आरोपी है। गिरफ्तारी के वक्त हमलावर एलियास रोड्रिगेज ने 'फ्री फिलिस्तीन' का नारा लगाया।
इस हमले में जान गंवाने वाले दोनों इजराइली कर्मचारी एक जोड़ा थे जो जल्द सगाई करने वाले थे। इस जघन्य हमले को लेकर अमेरिका और इजराइल में आक्रोश है।
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस घटना को "स्पष्ट रूप से यहूदी विरोधी भावना से प्रेरित" बताया।
इजराइल के अमेरिका में राजदूत येचिएल लीटर और अमेरिकी अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी ने गुरुवार को घटनास्थल का दौरा किया और श्रद्धांजलि अर्पित की।
AJC ने इस हमले पर गहरा शोक व्यक्त किया और इसे "हमारे समुदाय के खिलाफ किया गया सीधा हमला" बताया। कई यहूदी संगठनों और अंतरराष्ट्रीय नेताओं ने इस हमले की कड़ी निंदा की है।
यर गोलन का बयान: "सरकार की बयानबाज़ी बढ़ा रही है यहूदी विरोधी भावनाएं"
इजराइल की डेमोक्रैट्स पार्टी के अध्यक्ष यर गोलन ने अमेरिका में हुए हमले पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह की घटनाओं के लिए विपक्ष नहीं, बल्कि वर्तमान इजराइली सरकार की कट्टर और विभाजनकारी नीति ज़िम्मेदार है।
एक दक्षिणपंथी मंत्री द्वारा उनके बयानों को इस हमले के लिए जिम्मेदार ठहराए जाने के बाद गोलन ने पलटवार करते हुए कहा:
“यह ‘कहाने चाई’ की सरकार है — जो 1980 के दशक में प्रतिबंधित की गई काह पार्टी की विचारधारा पर चल रही है — यही सरकार यहूदी विरोधी भावना और इजराइल के प्रति नफरत को बढ़ावा दे रही है।”
उन्होंने आगे कहा, “इसका नतीजा है इजराइल की कूटनीतिक अलगाव की स्थिति और दुनिया के हर कोने में यहूदियों की सुरक्षा पर मंडराता खतरा।”
गोलन ने यह भी कहा कि वह मौजूदा सरकार को बदलेंगे और “इजराइल और दुनिया भर के सभी यहूदियों को फिर से सुरक्षा का एहसास दिलाएंगे।”