कांग्रेस पर ट्रंप का दबदबा: संसद से ज़्यादा ताक़तवर दिखी कार्यपालिका

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 04-09-2025
Trump's dominance over Congress: Executive appears more powerful than Parliament
Trump's dominance over Congress: Executive appears more powerful than Parliament

 

वॉशिंगटन

ग्रीष्मकालीन अवकाश के अंतिम दिनों में आमंत्रण भेजा गया। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की राजनीतिक टीम ने हाउस रिपब्लिकन स्टाफ को सुबह-सुबह एक बैठक में बुलाया। मुद्दा था “वन बिग ब्यूटीफुल बिल एक्ट” और आने वाले मध्यावधि चुनाव।

निमंत्रण पत्र में साफ लिखा था — “हाज़िरी ट्रंप टीम द्वारा दर्ज की जाएगी — आपसे वहीं मुलाक़ात होगी!”

बुधवार सुबह रिपब्लिकन नेशनल कमेटी के मुख्यालय में, जो अमेरिकी कैपिटॉल से ठीक सामने है, स्टाफ सदस्य लाइन में लगकर चेक-इन करते नज़र आए।

यह सिर्फ़ एक सामान्य राजनीतिक रणनीति बैठक नहीं थी, बल्कि ट्रंप की कांग्रेस पर गहरी पकड़ का प्रदर्शन था, जहाँ रिपब्लिकन बहुमत अब एक शक्तिशाली कार्यपालिका के इशारों पर चलता दिखा।

एप्सटीन फाइल पर दबाव

कांग्रेस के व्यस्त सत्र की वापसी के बीच ट्रंप ने सांसदों से जेफ्री एप्सटीन फाइल की जाँच को छोड़ने का दबाव बनाया। उनका कहना था — “बस अब काफी है”। हालाँकि डेमोक्रेट और रिपब्लिकन दोनों इस मामले की पूरी जाँच की माँग कर रहे थे।

सैन्य और सुरक्षा हस्तक्षेप

ट्रंप ने वॉशिंगटन डी.सी. में संघीय क़ानून प्रवर्तन एजेंसियों और नेशनल गार्ड की तैनाती की और अब शिकागो जैसे शहरों में भी ऐसी ही कार्रवाई की योजना बना रहे हैं। यह तब हो रहा है जबकि एक संघीय जज ने पहले ही लॉस एंजेलिस में विरोध प्रदर्शन को दबाने के लिए सेना के इस्तेमाल को ग़ैरक़ानूनी ठहराया था।

कांग्रेस से टकराव

ट्रंप ने एक दुर्लभ प्रशासनिक औज़ार का इस्तेमाल करते हुए पहले से स्वीकृत संघीय फंड वापस ले लिए। इसे उनकी बेदहक कार्यकारी शक्ति का आक्रामक प्रदर्शन माना जा रहा है, जिससे 30 सितंबर को सरकार बंद होने का ख़तरा मंडरा रहा है।

कैलिफ़ोर्निया के डेमोक्रेटिक सांसद पीट एगुइलर ने कहा —
“बार-बार हम ऐसी प्राथमिकताएँ देख रहे हैं जो अमेरिकी जनता की इच्छाओं से मेल नहीं खातीं।”

'वन बिग ब्यूटीफुल बिल' का नया नाम

कैपिटॉल हिल क्लब में आयोजित बैठक में रिपब्लिकन सांसदों और स्टाफ को वन बिग ब्यूटीफुल बिल एक्ट पर चर्चा के लिए बुलाया गया। यह लगभग हज़ार पन्नों का कर और खर्च कटौती पैकेज है, जिसे ट्रंप ने खुद नाम दिया था।

लेकिन अब इसे नया नाम दिया गया है — “वर्किंग फैमिलीज़ टैक्स कट्स एक्ट”
हाउस स्पीकर माइक जॉनसन ने कहा — “यह कोई रीब्रांडिंग नहीं है, बस हमें लोगों को सच बताना है।”

नए कर प्रावधान

इस क़ानून में पहले कार्यकाल के टैक्स रेट्स को बढ़ाया गया है। इसमें नई कटौतियाँ शामिल हैं, जैसे:

  • टिप पर टैक्स नहीं,

  • बच्चों के लिए अधिक टैक्स क्रेडिट,

  • बुज़ुर्गों के लिए विशेष छूट।

लेकिन इसमें मेडिकेड और फूड स्टैम्प पाने वालों के लिए काम करने की शर्तें और कड़ी कर दी गई हैं।

आलोचना और विवाद

एपी-एनओआरसी सेंटर के सर्वे के अनुसार, आधे अमेरिकी वयस्क मानते हैं कि यह नया टैक्स क़ानून अमीरों को फ़ायदा पहुँचाएगा, जबकि 6 में से 10 लोगों का मानना है कि यह ग़रीबों को नुकसान पहुँचाएगा।

कांग्रेसनल बजट ऑफिस (CBO) का अनुमान है कि इस क़ानून से:

  • 1 करोड़ अमेरिकी स्वास्थ्य बीमा से वंचित होंगे,

  • 24 लाख लोगों की फूड स्टैम्प की पात्रता खत्म होगी,

  • गरीबों की आय घटेगी, जबकि अमीरों को ज़्यादा लाभ होगा।

डेमोक्रेटिक नेता चक शूमर ने कहा —
“रिपब्लिकनों की समस्या नाम की नहीं, बल्कि असलियत की है। अमेरिकी इस बड़े, बदसूरत बिल को नापसंद करते हैं।”

सत्ता संतुलन पर सवाल

ट्रंप अब रिपब्लिकन बहुमत को कार्यपालिका की ताक़त के साथ नए दौर में धकेल रहे हैं, जहाँ संसद की भूमिका पहले से कहीं अधिक कमज़ोर दिख रही है।

सेनेट रिपब्लिकन नियम बदलने पर विचार कर रहे हैं ताकि ट्रंप की नियुक्तियों को तेज़ी से मंज़ूरी मिल सके। इसी बीच राष्ट्रपति ने नवनियुक्त सीडीसी प्रमुख को बर्ख़ास्त कर दिया और फेडरल रिज़र्व बोर्ड की सदस्य लिसा कुक को हटाने के लिए कानूनी लड़ाई शुरू कर दी है।

6 जनवरी की छाया

बुधवार को हाउस रिपब्लिकन ने चुपचाप एक प्रस्ताव पास कर दिया, जिसके तहत 6 जनवरी 2021 के कैपिटॉल हमले की फिर से जाँच की जाएगी। यह वही हमला था जिसमें ट्रंप ने समर्थकों को चुनाव परिणाम पलटने के लिए उकसाया था।

ट्रंप पर उस दौरान विद्रोह भड़काने के आरोप में महाभियोग चला, लेकिन बाद में वह बरी हो गए।