ट्रम्प की नीतियों के खिलाफ़ अमेरिका भर में हज़ारों लोगों का विरोध प्रदर्शन

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 20-04-2025
Thousands of people protest across America against Trump's policies
Thousands of people protest across America against Trump's policies

 

वाशिंगटन

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की नीतियों के विरोध में शनिवार को देशभर में हज़ारों लोगों ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया. न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, विरोध की यह लहर पहले से जारी प्रदर्शनों का ही हिस्सा है, जो लगभग दो सप्ताह पहले शुरू हुई थी. प्रदर्शनकारियों ने ट्रम्प की आर्थिक नीतियों, टैरिफ लगाने की नीति और उनकी आक्रामक बयानबाज़ी को लेकर नाराज़गी ज़ाहिर की.

हालांकि इस बार न्यूयॉर्क, वाशिंगटन, और शिकागो जैसे शहरों में प्रदर्शन में शामिल लोगों की संख्या 5 अप्रैल को हुए विरोध प्रदर्शन के मुकाबले कुछ कम रही, फिर भी 700 से अधिक स्थानों पर रैलियों और कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिनमें जैक्सनविले (फ्लोरिडा) से लेकर लॉस एंजेल्स तक के शहर शामिल रहे.

प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति ट्रम्प पर नागरिक स्वतंत्रता और कानून के शासन को कमजोर करने का आरोप लगाया. उनकी मुख्य चिंताएं आव्रजन नीति, संघीय नौकरियों में कटौती, और अल्पसंख्यकों के अधिकारों से जुड़ी हुई थीं.

व्हाइट हाउस के बाहर बड़ी संख्या में लोग जमा हुए और "शर्म करो!" जैसे नारे लगाते हुए ट्रम्प प्रशासन के खिलाफ़ अपनी नाराज़गी जताई. हजारों लोगों ने वाशिंगटन स्मारक से मार्च किया और मांग की कि प्रशासन किल्मर आर्मंडो अब्रेगो गार्सिया को वापस लाए – एक मैरीलैंड निवासी जिसे कथित रूप से गलत तरीके से अल सल्वाडोर निर्वासित कर दिया गया था.

वाशिंगटन की रैली में शामिल आरोन बर्क ने कहा, "मुझे डर है कि यह प्रशासन बिना उचित प्रक्रिया के अनिर्दिष्ट अप्रवासियों को निर्वासित करता रहेगा और शायद अमेरिकी नागरिकों को भी हिरासत में लेकर निर्वासित कर देगा। यह कहां रुकेगा?" बर्क ने यह भी बताया कि उनकी बेटी ट्रांसजेंडर है और उन्हें अल्पसंख्यकों के अमानवीकरण को लेकर सबसे ज़्यादा चिंता है.

जैक्सनविले, फ्लोरिडा में, सैकड़ों लोग LGBTQ समुदाय पर ट्रम्प के हमलों और लुप्तप्राय प्रजाति अधिनियम को कमजोर करने की सरकारी कोशिशों के खिलाफ़ सड़कों पर उतरे.

एक प्रदर्शनकारी सारा हार्वे ने कहा, "हम अपना देश खो रहे हैं." उन्होंने बताया कि वह एलन मस्क के नेतृत्व में संघीय नौकरी कटौती का भी विरोध कर चुकी हैं और 5 अप्रैल को हुए राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन में भी भाग लिया था.

प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वे तब तक विरोध करते रहेंगे, जब तक लोकतंत्र और नागरिक अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित नहीं हो जाती.